
Mpox New Strain (Photo- freepik)
Mpox New Strain: ब्रिटेन के स्वास्थ्य अधिकारियों ने मंकीपॉक्स यानी Mpox का एक नया स्ट्रेन पकड़ा है। यह मामला उस व्यक्ति में सामने आया है, जो हाल ही में एशिया की यात्रा करके लौटा था। जांच में पता चला कि यह वायरस दो अलग-अलग क्लेड (Ib और IIb) का मिश्रण है। यूके हेल्थ सिक्योरिटी एजेंसी (UKHSA) का कहना है कि दोनों तरह के Mpox वायरस इस समय दुनिया में फैल रहे हैं, इसलिए ऐसा नया स्ट्रेन मिलना पूरी तरह चौंकाने वाला नहीं है। लेकिन इससे यह जरूर साफ होता है कि Mpox वायरस समय के साथ बदल रहा है, इसलिए लगातार निगरानी बहुत जरूरी है।
यह खबर ऐसे समय आई है, जब कुछ हफ्ते पहले ही ब्रिटेन में हाई-रिस्क लोगों को Mpox वैक्सीन लगवाने की सलाह दी गई थी। वजह यह है कि Clade Ib नाम का ज्यादा खतरनाक वेरिएंट अब यूरोप में भी फैल रहा है। UKHSA के मुताबिक अमेरिका, स्पेन, इटली, नीदरलैंड और पुर्तगाल में भी Clade Ib के कुछ मामले मिले हैं। खास बात यह है कि इनमें से कई मरीजों की ट्रैवल हिस्ट्री नहीं थी, यानी वायरस अब कम्युनिटी में फैल सकता है।
Clade Ib Mpox, उस Clade II से ज्यादा गंभीर माना जाता है जिसने 2022 में दुनिया भर में संक्रमण फैलाया था। इस नए वेरिएंट में लक्षण ज्यादा गंभीर हो सकते हैं। वायरस ज्यादा तेजी से फैल सकता है। अफ्रीका के कई देशों में इसके बड़े आउटब्रेक देखे गए हैं। यूरोप और अमेरिका में सामने आए ज्यादातर नए मामले गे, बायसेक्शुअल और पुरुषों से संबंध रखने वाले पुरुषों (GBMSM) में पाए गए हैं।
NHS England ने जनवरी में घोषणा की थी कि हाई-रिस्क लोगों के लिए Mpox वैक्सीन की उपलब्धता बढ़ाई जाएगी, क्योंकि नए वैक्सीन स्टॉक आ चुके हैं। UKHSA का कहना है कि ब्रिटेन में जो लोग वैक्सीन के लिए योग्य थे, उनमें से ज्यादातर ने सेक्शुअल हेल्थ क्लीनिक से टीका लगवा लिया है। लेकिन यूरोप में नए मामले दिखा रहे हैं कि Mpox अभी पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है।
इस साल Mpox को “हाई कंसिक्वेंस इंफेक्शियस डिजीज” की लिस्ट से हटा दिया गया था, क्योंकि इससे मौत का खतरा कम है। इलाज और वैक्सीन उपलब्ध हैं। फिर भी डॉक्टरों और हेल्थ वर्कर्स को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
स्टडीज के मुताबिक Mpox वैक्सीन Clade II के खिलाफ 75-80% तक असरदार है। Clade Ib पर अभी सीधी स्टडी नहीं हुई है, लेकिन उम्मीद है कि वैक्सीन इससे भी सुरक्षा देगी। UKHSA की एक्सपर्ट डॉ. केटी सिंका का कहना है कि भले ही ज्यादातर मामलों में Mpox हल्का होता है, लेकिन कुछ लोगों में यह गंभीर भी हो सकता है। इसलिए जो लोग हाई-रिस्क ग्रुप में आते हैं, उन्हें समय रहते वैक्सीन जरूर लगवानी चाहिए।
Published on:
16 Dec 2025 09:09 am
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