
Nutrients responsible for anger
Nutrients responsible for anger: हर एक इंसान अलग स्वभाव का होता है। उसका अपना व्यक्तित्व होता है। देखा जाता है कि कुछ लोग शांत रहते हैं तो कुछ लोग बहुत बातुनी होते हैं। ऐसे ही कुछ लोगों को हर एक छोटी बात पर गुस्सा आने लगता है। जब लोग हर बात पर गुस्सा करते हैं तो हम उसके व्यहार को देाष देने लगते हैं लेकिन इसके पीछे सच्चाई कुछ ओर है। इसके पीछे का कारण व्यवहार नहीं बल्कि पोषक तत्व की कमी को माना जाता है।
यदि आप भी हर बात पर गुस्सा करने लगते हैं तो आपको न्यूट्रिएंट्स (Nutrients responsible for anger) पर ध्यान देने की आवश्यकता है। ऐसे में जानते हैं कौनसे है वो न्यूट्रिएंट्स जिनकी कमी से हर बात पर गुस्सा आने लगता है।
Nutrients responsible for anger: विटामिन बी की कमी से
विटामिन बी6, बी12 और फोलेट ब्रेन फंक्शनिंग को बेहतर बनाने, न्यूरोट्रांसमीटर प्रोडक्शन, सेल रिपेयरिंग और मेंटल हेल्थ को अच्छा बनाए रखने के लिए जरूरी माना जाता है। ऐसे में इसकी कमी के कारण गुस्सा ज्यादा देखने को मिलता है। विटामिन बी को मेन्टल हेल्थ के लिए काफी महत्वपूर्ण माना जाता है। जिससे हमारे शरीर में कई अहम कार्य होते हैं।
Nutrients responsible for anger: विटामिन डी की कमी से
विटामिन डी हमारे शरीर के विकास और हमें हेल्दी रखने में मददगार होता है। यह डिप्रेशन, एंग्जायटी के साथ साथ हमोर मूड डिसऑर्डर को सही बनाए रखता है। ऐसे में इसकी कमी होने पर भी गुस्सा ज्यादा आने की समस्या हो सकती है।
Nutrients responsible for anger: पोटेशियम की कमी से
हार्मोनल संतुलन को सही रखने में पोटेशियम जिम्मेदार होता है। इसकी कमी हो जाती है तो हमारे हार्मोंन्स असंतुलन हो जाते हैं। जिससे गुस्सा और चिड़चिड़ापन होने लगता है।
आयरन की कमी से
आयरन हमारे दिमाग में ऑक्सीजन को पहुंचाता है जिससे थकान, डिप्रेशन और चिड़चिड़ेपन जैसी समस्या को दूर करने में मदद मिलती है। यदि शरीर में आयरन की कमी होने लगेगी तो गुस्सा और चिड़चिड़ापन होने लगेगा।
जिंक की कमी से
जिंक की कमी हमारी दिमागी क्षमता को कम कर देती है और हमारा दिमाग अस्थिर रहने लगता है और जिससे गुस्सा आने जैसी समस्या आने लगती है।
ओमेगा-3 फैटी एसिड के कारण
मस्तिष्क के स्वास्थ्य के लिए ओमेगा-3 फैटी एसिड को सही माना जाता है। जब ओमेगा-3 की कमी होने लगती है तो मूड में गड़बड़ी हो सकती है, जिसकी वजह से आक्रामकता और क्रोध भी आ सकता है।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।
Published on:
08 Jan 2025 12:44 pm
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