स्वास्थ्य

Oversleeping Disease: ज्यादा नींद बन सकती है बीमारी की जड़, जानिए उनके नाम

Oversleeping Disease: सेहत के लिए अच्छी नींद लेना काफी जरूरी है, लेकिन अगर आप ज्यादा सोते हैं और फिर भी थका हुआ महसूस करते हैं तो आपको कई बीमारियां हो सकती हैं।

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Jul 26, 2025
How to Improve Your Sleep Habits? Image Source – Freepik

Oversleeping Disease: सेहत के लिए अच्छी नींद लेना काफी जरूरी है, लेकिन जरूरत से ज्यादा नींद भी हमारे हेल्थ पर बुरा असर डाल सकता है आमतौर पर वयस्कों को रोजाना 7 से 9 घंटे की नींद की सलाह दी जाती है, लेकिन अगर आप इससे ज्यादा सोते हैं और फिर भी थका हुआ महसूस करते हैं तो आपको कई बीमारियां, जैसे डायबिटीज, दिल की बीमारी, मोटापा और डिप्रेशन हो सकता है।
रिसर्च की माने तो अवसाद (डिप्रेशन) और कम आमदनी या सुविधाओं की कमी वाले लोग अक्सर ज्यादा सोते हैं ऐसे लोग कई बार बिना इलाज वाली बीमारियों से जूझते हैं, जो शरीर को थका देते हैं और उन्हें ज्यादा नींद आती है।

ज्यादा सोने से हो सकती हैं ये बीमारियां (Sleeping Side Effects)

डायबिटीज: ज्यादा सोने से ब्लड शुगर बिगड़ सकता है।

मोटापा: बहुत ज्यादा सोने वाले लोगों में वजन बढ़ने का खतरा ज्यादा होता है।


सिरदर्द: लंबे समय तक सोने से कुछ लोगों को सिर में दर्द हो सकता है।

पीठ दर्द: ज्यादा बिस्तर पर रहने से कमर और पीठ में दर्द बढ़ सकता है।

डिप्रेशन: बहुत ज्यादा नींद डिप्रेशन के लक्षणों को बढ़ा सकती है।

दिल की बीमारी: रोज 9 घंटे से ज्यादा सोने वाली महिलाओं में दिल की बीमारी का खतरा बढ़ सकता है।

जल्दी मौत का खतरा: रिसर्च में पाया गया है कि बहुत ज्यादा नींद लेने पर मौत का खतरा भी बढ़ सकता है।

कितनी नींद जरूरी है?

हर व्यक्ति की नींद की जरूरत अलग-अलग होती है, लेकिन अधिकतर बड़े लोगों को रोज 7 से 9 घंटे की नींद काफी होती है अगर आप रोज 9-10 घंटे से ज्यादा सोते हैं, और फिर भी थकान महसूस करते हैं, तो हो सकता है आपको हाइपरसोमनिया नाम की बीमारी हो, जिसमें दिनभर नींद आती रहती है।

क्या करें?

यदि आप हर रोज ज्यादा सोते हैं और थकान नहीं जाती, तो एक बार डॉक्टर से जरूर सलाह लें साथ ही अच्छी सेहत के लिए नियमित नींद, संतुलित खाना, और थोड़ी-सी एक्सरसाइज बहुत जरूरी है हमारे सेहत के लिए जरूरत से ज्यादा नींद भी उतनी ही हानिकारक हो सकती है, जितनी नींद की कमी।

डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।

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