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Scrub Typhus Symptoms : राजस्थान में स्क्रब टाइफस से 3 मरीज कोमा में, इन लक्षणों को ना करें नजरअंदाज

Scrub Typhus Symptoms : राजस्थान में स्क्रब टाइफस के केस तेजी से बढ़ रहे हैं। जयपुर में 3 मरीज कोमा में भर्ती हैं। जानें स्क्रब टाइफस के लक्षण, कारण और बचाव के आसान उपाय।

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भारत

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Dimple Yadav

Aug 29, 2025

Scrub Typhus Symptoms

Scrub Typhus Symptoms (photo- freepik)

Scrub Typhus Symptoms : बरसात का मौसम शुरू होते ही स्क्रब टाइफस एक बार फिर राजस्थान में तेजी से फैल रहा है। जयपुर के एसएमएस अस्पताल में पिछले कुछ दिनों से रोजाना 10–12 नए मरीज पहुंच रहे हैं, जिनमें से कई की हालत गंभीर है। अब तक अस्पताल में 3 मरीज कोमा की स्थिति में भर्ती हैं, जबकि रोजाना 4–5 मरीजों को आईसीयू में एडमिट करना पड़ रहा है। डॉक्टरों के अनुसार समय पर इलाज मिलने से मरीज ठीक हो रहे हैं, लेकिन अक्टूबर के अंत तक इसके केस और बढ़ सकते हैं।

किडनी, लिवर और ब्रेन पर असर

एसएमएस अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. सी.एल. नवल के अनुसार इस महीने से मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ी है। करीब 30–40% मरीजों के लिवर, किडनी और ब्रेन पर असर देखा गया। 10–15% मरीज गहरी बेहोशी की स्थिति में पहुंच रहे हैं। कई मरीजों को डायलिसिस और वेंटिलेटर की जरूरत पड़ी है। सामान्य मरीज 5–7 दिन में ठीक हो जाते हैं, जबकि गंभीर मरीजों को पूरी तरह रिकवर होने में 10–15 दिन लग जाते हैं। बुजुर्गों में यह अवधि और लंबी हो रही है। तो आइए जानते हैं इस गंभीर बीमारी के कारण, लक्षण और बचाव।

स्क्रब टाइफस के कारण

  • यह संक्रमण बैक्टीरिया ओरिएंटिया त्सुत्सुगामुशी से फैलता है।
  • इसके फैलाव का मुख्य कारण है – संक्रमित माइट्स (चिगर्स) का काटना।

स्क्रब टाइफस के लक्षण

  • तेज बुखार और कंपकंपी
  • सिरदर्द और मांसपेशियों में दर्द
  • त्वचा पर पपड़ीदार दाने
  • सांस फूलना और सीने में दर्द
  • निमोनिया
  • गंभीर स्थिति में बेहोशी या कोमा

बचाव के उपाय

  • झाड़ीदार या जलभराव वाले इलाकों में जाने से बचें।
  • हमेशा पूरी आस्तीन के कपड़े पहनें।
  • कीट विकर्षक (मच्छर, कीड़े भगाने वाला स्प्रे) का उपयोग करें।
  • कोई भी लक्षण दिखे तो तुरंत जांच और उपचार कराएँ।

ग्रामीण इलाकों में ज्यादा खतरा

फिलहाल ज्यादातर मरीज जयपुर ग्रामीण, दौसा, अलवर, भरतपुर और करौली से आ रहे हैं। खेतों में काम करने वाले और खुले में रहने वाले लोग सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले दिनों में केस बढ़ सकते हैं, इसलिए सतर्क रहना बेहद जरूरी है।