शोध मे पाया गया कि बीमारी से ठीक होने के बाद भी पीडि़तों में थकान, सुस्ती और मांसपेशियों की कमजोरी जैसी शिकायतें आम हैं। लैंसेट की रिपोर्ट में बताया गया है कि शोध में शामिल 63 फीसदी लोगों में मांसपेशियों में दर्द-जकडऩ, थकान, अनिद्रा और अवसाद जैसे लक्षण दिखे।
इस तरह के लक्षण सभी आयु वर्ग के लोगों में दिखे हैं। लेकिन बुजुर्गों को सबसे ज्यादा सावधानी की आवश्यकता है। कोरोना का तनाव या कम आराम से इसका असर भी लंबे समय तक रह सकता है।
देखा जा रहा है कि वैक्सीन बनने के बाद लोग लापरवाही बरतने लगे हैं, जो खतरनाक हो सकता है। अभी मास्क, सैनिटाइजर का प्रयोग, फिजिकल डिस्टेंसिंग को बनाए रखना जरूरी है।