
Daily Foods That Damage Kidney (Image: Freepik)
Urine Color and Kidney Health: किडनी हमारे शरीर की एक महत्वपूर्ण अंग है जो खून से विषैले पदार्थ और अतिरिक्त पानी निकालकर शरीर को साफ रखती है। किडनी की सेहत ठीक रहे तो यूरिन का रंग हल्का पीला होता है लेकिन किडनी में समस्या होने पर यूरिन का रंग बदल सकता है। अगर आप अपने यूरिन के रंग को ध्यान से देखें तो यह आपकी किडनी में किसी समस्या का संकेत दे सकता है। चलिए जानते हैं यूरिन के 5 रंग के बारे में जो किडनी की सेहत के बारे में सावधान करते हैं।
अगर आपका यूरिन गहरे भूरा या कोला रंग का हो तो यह किडनी फेल होने का संकेत हो सकता है। यह रंग यूरिन में खून या विषैले पदार्थ के जमा होने से आता है। खासकर जब किडनी ठीक से काम नहीं कर पाती तो यह रंग देखने को मिलता है।
यूरिन का लाल या गुलाबी रंग होना खून आने की वजह से हो सकता है। यह किडनी की फिल्टरिंग यूनिट्स में समस्या, किडनी संक्रमण या चोट का संकेत हो सकता है। ऐसे में तुरंत डॉक्टर से जांच कराना बहुत जरूरी है।
अगर यूरिन में ज्यादा झाग या बबल बनते हैं तो यह प्रोटीन की मौजूदगी को दर्शाता है। यह किडनी की शुरुआती बीमारी का लक्षण हो सकता है जिसे नजरअंदाज करना नुकसानदायक हो सकता है।
बादल जैसा या धुंधला यूरिन किडनी में संक्रमण या पथरी की वजह से हो सकता है। साथ ही यह यूरिन में बैक्टीरिया की मौजूदगी का भी संकेत हो सकता है। इससे जलन और बदबू भी हो सकती है।
अत्यधिक साफ या रंगहीन यूरिन अधिक पानी पीने की वजह से हो सकता है लेकिन लगातार ऐसा होना किडनी की पावर कम होने या दूसरी किडनी की समस्याओं का संकेत हो सकता है।
सिर्फ यूरिन के रंग से ही नहीं बल्कि पैरों में सूजन, कमजोरी, थकान, सांस लेने में तकलीफ और भूख न लगना भी किडनी खराब होने के संकेत हो सकते हैं। अगर आपको ये लक्षण महसूस हों तो डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें।
अपने किडनी को स्वस्थ रखने के लिए खूब पानी पिएं, नमक कम खाएं, नियमित जांच कराएं और ब्लड प्रेशर व शुगर को कंट्रोल में रखें। बिना डॉक्टर की सलाह के दवाओं का सेवन न करें और स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं।
यूरिन के रंग पर नजर रखना किडनी की सेहत समझने का आसान तरीका है। अगर कोई असामान्य रंग या लक्षण दिखे तो तुरंत मेडिकल सलाह लें ताकि किडनी की बीमारी बढ़ने से रोकी जा सके।
डिसक्लेमर: इस लेख में दी गई जानकारी केवल जागरूकता के लिए है और यह किसी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। पाठकों को सलाह दी जाती है कि वे किसी भी दवा या उपचार को अपनाने से पहले विशेषज्ञ या डॉक्टर से सलाह लें।
Published on:
09 Aug 2025 07:10 pm
बड़ी खबरें
View Allस्वास्थ्य
ट्रेंडिंग
लाइफस्टाइल
