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Selfie Camera Detect Depression : फोन के सेल्फी कैमरा से अब डिप्रेशन का लगेगा पता, जानिए कैसे

Selfie Camera detect Depression : क्या आपका फोन सिर्फ सेल्फी लेता है? नहीं, अब एक नई तकनीक आ रही है जिससे आपका स्मार्टफोन का फ्रंट कैमरा आपकी भावनाओं को पहचानकर आपके मानसिक स्वास्थ्य पर नज़र रख सकेगा।

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भारत

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Manoj Vashisth

Jun 21, 2025

Selfie Camera detect Depression

Selfie Camera detect Depression : आपका फोन अब डिप्रेशन का पता लगा सकता है : जानिए कैसे (फोटो सोर्स : Freepik)

Selfie Camera detect Depression : क्या आपने कभी सोचा है कि आपका स्मार्टफोन सिर्फ कॉल करने या सोशल मीडिया चलाने से ज्यादा कुछ कर सकता है? अब एक नई तकनीक आ रही है जो आपके फोन के फ्रंट कैमरे से आपकी भावनाओं को पहचानकर आपके मानसिक स्वास्थ्य पर नज़र रख सकेगी।

'ईमोबॉट' - आपका नया मूड ट्रैकर (Selfie Camera detect Depression)

'ईमोबॉट' नाम का एक ऐप पहले से ही सैकड़ों मरीज़ों के लिए गेम चेंजर साबित हो रहा है। यह ऐप आपके मूड को ट्रैक करता है और डिप्रेशन के इलाज से कितना फायदा हो रहा है, यह समझने में मदद करता है। यह आपके चेहरे के हाव-भाव को दिन भर एनालाइज करता है और आपको एक रिपोर्ट देता है, ठीक वैसे ही जैसे आप अपने कदमों या दिल की धड़कन का ग्राफ देखते हैं।

फ्रांस में इसे एक मेडिकल डिवाइस का दर्जा मिला है, और इसके निर्माता, सैमुअल लर्मन की कंपनी, मनोचिकित्सकों के साथ मिलकर काम कर रही है ताकि डॉक्टर इसे मरीज़ों को प्रिस्क्राइब कर सकें।

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क्या यह घुसपैठिया App है?

शुरुआत में, टीम को लगा था कि शायद लोगों को यह थोड़ा अजीब लगेगा कि ऐप लगातार उन पर नज़र रखेगा। यहां तक कि भविष्य में यह ऐप आपके फोन के माइक्रोफोन से आपकी आवाज के टोन को भी सुनेगा। मिस्टर लर्मन ने बताया कि कैमरा हर समय बैकग्राउंड में खुला रहता है। लेकिन हैरान करने वाली बात यह है कि लोगों की प्रतिक्रिया बहुत अच्छी रही।

आपकी निजता की चिंता भी दूर की गई है। मिस्टर लर्मन ने 'द मेट्रो' को बताया कि कैमरे से कोई भी तस्वीर किसी सेंट्रल डेटाबेस में भेजी या स्टोर नहीं की जाती है। सारी प्रोसेसिंग आपके अपने फ़ोन पर ही AI की मदद से होती है और तस्वीरें तुरंत डिलीट हो जाती हैं। यह कुछ वैसी ही टेक्नोलॉजी है जो ऑफिस में यह देखने के लिए इस्तेमाल हो रही है कि कर्मचारी वास्तव में काम कर रहे हैं या थके हुए हैं।

डॉक्टर्स के लिए मददगार

हमने पेरिस में विवाटेक कॉन्फ्रेंस में इस इमोशन मैपिंग सॉफ्टवेयर को खुद आजमाया। वहां एक रिपोर्टर, जेन मिल्स की लाइव इमेज में वह एक साथ 'खुश' और 'बोर' दोनों दिख रही थीं

मिस्टर लर्मन के अनुसार, यह ऐप डॉक्टरों के लिए बहुत काम का है। यह उन्हें मरीज़ों पर इलाज के असर को ट्रैक करने में मदद करता है और उनके मूड में अचानक गिरावट या डिप्रेशन के फिर से लौटने (रिलेप्स) के जोखिम का भी पता लगा सकता है।

डिप्रेशन से बचाव के लिए करें ये 3उपाय

टेक की दुनिया में मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता

विवाटेक 2025 में मानसिक स्वास्थ्य पर इस तरह का ध्यान साफ दिख रहा था, जहां 50 से ज्यादा देशों के 14,000 से ज्यादा स्टार्टअप्स इकट्ठा हुए थे। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) ने इस इवेंट पर राज किया, लेकिन कई सबसे दिलचस्प इनोवेशन AI और टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल स्वास्थ्य सेवा और खासकर मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए कर रहे थे। यह इस बात का संकेत है कि अब तकनीक की दुनिया भी मानसिक स्वास्थ्य को गंभीरता से ले रही है।