Coronavirus: कोरोना संक्रमित की पहली बार सामने आई ऐसी तस्वीरें, इसलिए जरूरी है मास्क पहनना
वायरस बन सकता है मौसमी बीमारी?
जर्नल फ्रंटियर्स इन पब्लिक हेल्थ में प्रकाशित शोध के दावा किया गया है कि जब कोरोना वायरस के खिलाफ जब एक बड़ी जनसंख्या हर्ड इम्युनिटी प्राप्त कर लेगी तो वायरस का प्रसार कम हो जाएगा। साथ ही वायरस मौसमी उतार-चढ़ाव से भी प्रभावित होगा। लेबनान के अमेरिकन यूनिवर्सिटी ऑफ बेरुत के वरिष्ठ लेखक हसन जरकट ने अध्ययन में चेतावनी दी है कि कोरोना यहीं रहने वाला है और जब तक हर्ड इम्युनिटी विकसित नहीं हो जाती है, यह साल दर साल जारी रहेगा।
कोरोना के साथ सीखना होगा
जरकट ने कहा कि जनता को कोरोना के साथ रहना सीखना होगा। कोरोना से बचाव के लिए मास्क पहनना, बार-बार हाथ धोना और समारोहों में जाने से बचना होगा। वैज्ञानिकों का कहना है कि हर्ड इम्युनिटी पाने से पहले कोरोना के कई दौर आ सकते हैं।
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गर्मियों में ज्यादा खतरा?
हसन जरकट ने कहा कि कोरोना वायरस के समान अन्य सांसों के जरिए वायरस गर्म क्षेत्रों में एक पैटर्न का पालन करते हैं। इन्फ्लूएंजा सामान्य सर्दी में होने वाली बीमारी है लेकिन उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में यह साल भर होने वाली बीमारी है। कोरोना वायरस का प्रभाव सबसे ज्यादा खाड़ी देशों में देखा गया है। इसका असर ग्रमियों ज्यादा दिखाई देगा। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस की मौसमी क्षमता को नियंत्रित करने वाले कारक अभी तक गर्मियों के महीनों में कोविड-19 के प्रसार को रोक नहीं सकते हैं।