3 हजार से ज्यादा संक्रमित
रिपोर्ट के मुताबिक, गांसू प्रांत की राजधानी लान्जो में काफी संख्या में लोग इस नई बीमारी से संक्रमित हुए हैं। अबतक 3 हज़ार से ज़्यादा लोग ब्रूसीलोसिस नाम के इस बैक्टीरिया के शिकार हो चुके हैं। लान्झोउ वेटरीनरी रिसर्च इंस्टीट्यूट ने दिसंबर में ही इस बीमारी के एंटीबॉडी की सूचना चीनी सरकार को दी थी। यह बीमारी अक्सर पशुओं के संपर्क में आने से फैलती है। स्वास्थ्य आयोग ने बताया कि झेंग्मु लान्चो जैविक दवा कारखाने में रिसाव से शुरू हुआ, जो पिछले साल जुलाई के अंत से अगस्त के अंत तक हुआ था।
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क्या है ब्रूसीलोसिस बीमारी ( What is Brucellosis? )
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, ब्रुसेलोसिस विभिन्न ब्रुसेला प्रजातियों के कारण होने वाली बैक्टीरिया जनित बीमारी है। यह मुख्य रूप से मवेशियों, सूअर, बकरियों, भेड़ों और कुत्तों को संक्रमित करती है। एक आंकड़ों के मुताबिक, यह संक्रामक बैक्टीरिया हर उम्र के लोगों को प्रभावित कर सकता है। इसका सबसे ज्यादा खतरा किसान, शिकारी, पशु चिकित्सक और प्रयोगशाला के कर्मचारी को हो सकता हैं। ये बीमारी संक्रमित जानवरों से नहीं बल्कि पाश्चरीकृत दूध या पनीर लेने से इंसानों में आ रही है। हालांकि, इसमें इंसानों से इंसानों में बेहद कम संक्रमण होता है।
क्या हैं इस बीमारी के लक्षण ( Brucellosis Symptoms )
संयुक्त राज्य अमेरिका के रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (CDC) के अनुसार इस बीमारी को माल्टा फीवर या Mediterranean फीवर कहते हैं। इसके लक्षण भी कोरोना की तरह ही होते हैं। जैसे सिरदर्द या मांसपेशियों में दर्द होना, बुखार और थकान होना, सर्दी के साथ बुखार आना, भूख न लगना, वजन का लगातार घटना आदि।
भारत के लिए कितना खतरा? ( Brucellosis in India )
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि यह बीमारी भारत में फैल चुकी है। यह बीमारी मनुष्यों के साथ जानवरों को भी प्रभावित करने लगी है। ऐसे में पहले ही कोरोना को लेकर चिंतित वैज्ञानिकों की चिंता इस बीमारी की वजह से और भी बढ़ गई है। वैज्ञानिक इस बात को लेकर चिंता में हैं कि अगर ये बीमारी भी कोविड-19 की ही तरह महामारी का रूप ले लेगी, तो ये देश के लिए बेहद ख़तरनाक साबित हो सकती है। हालांकि, अभी इस वायरस की पुष्टि नहीं है।