कोर्ट ने दी मंजूरी
काशवी की उम्र कम होने की वजह से उसे 8वीं की परीक्षा में बैठने की अनुमति पहले नहीं दी जा रही थी। लेकिन काशवी के पिता ने हार नहीं मानी और इसको लेकर एक याचिका हाईकोर्ट में लगाई। मामले की सुनवाई के बाद कोर्ट ने अस्थायी तौर पर आठवीं कक्षा में पढ़ने की अनुमति का आदेश दिया है।
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दो महीने में एक क्लास की पढ़ाई कर ली पूरी
काशवी की प्रतिभा का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि, डेढ़ साल से कोविड-19 के कारण स्कूल में नियमित पढ़ाई नहीं होने के बीच काश्वी ने सिर्फ दो महीने में ही एक क्लास की पढ़ाई पूरी कर ली।
काश्वी ने दो-दो महीनों में चौथी से सातवीं कक्षा की पढ़ाई पूरी की और अब आठवीं कक्षा की परीक्षा की तैयारी कर रही है।
काशवी के पिता संतोष कुमार अध्यापन से जुड़े हैं, जबकि माता कमलेश गृहिणी हैं। काशवी की मां ने ही अपनी लाडली की विलक्षण क्षमता को पहचाना और उसे आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।
ऐसे पूरी की 7वीं तक की पढ़ाई
काशवी ने स्कूल में मात्र एक साल ही पढ़ाई करके पहली कक्षा उत्तीर्ण की थी। इससे पहले उन्होंने नर्सरी व एलकेजी में पढ़ाई नहीं की थी।
दूसरी कक्षा में उसे स्कूल की ओर से प्रमोट किया गया है। तीसरी कक्षा की पढ़ाई भी वह अपने स्तर पर ही करती रहीं, साथ ही अगली सभी कक्षाओं के पाठ्यक्रम की पढ़ाई पूरी करने के बाद आठवीं कक्षा की परीक्षा की तैयारियों में जुट गई हैं।
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