27 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

अब्दुर्रहमान ने हज यात्रा के लिए जुटाए थे पैसे, भूखों को खाना खिलाने के लिए कर दिए खर्च

मंगलौर ( Mangalore ) जिले के बंतवाल निवासी 55 वर्षीय अब्दुर्रहमान काफी दिनों से हज यात्रा का सपना संजोए हुए थे। इसलिए वो अपनी ये तमन्ना पूरी करने के लिए कई सालों से पैसे जुटा रहे थे। लेकिन उन्होंने अपनी हज यात्रा की रकम को मजदूरों को खाना खिलाने के लिए खर्च कर दिया।

less than 1 minute read
Google source verification

image

Piyush Jayjan

Apr 27, 2020

Lockdown

Lockdown

नई दिल्ली। कोरोना वायरस ( coronavirus ) ने पूरी दुनिया में भयंकर कहर बरपाया हुआ है। कोविड महामारी के कारण देशव्यापी लॉकडाउन के दौरान कई लोग एक दूसरे की मदद के लिए आगे आए है। इसी तरह का एक ओर वाकया सोशल मीडिया पर खूब सुर्खियां बटोर रहा है।

दरअसल कर्नाटक ( Karnataka ) में अब्दुर्रहमान नाम के एक शख्स ने दिनरात मजदूरी करके अपनी हज हात्रा ( Haz Yatra ) के लिए पैसे इकठ्ठा किए थे, लेकिन उन्होंने इस रकम को बिना सोचे समझे लॉकडाउन में फंसे मजदूरों का पेट भरने के लिए खर्च कर दिया।

बांग्लादेशी शख्स नदी पार कर पहुंचा असम , ग्रामीणों से बोला- मुझे कोरोना है मेरा इलाज करा दीजिए

इस खबर को सुनकर हर कोई अब्दुर्रहमान की दरियादिली की तारीफ कर रहा है। मंगलौर जिले के बंतवाल निवासी 55 वर्षीय अब्दुर्रहमान की एक ही तमन्ना थी-मक्का-मदीना की हज यात्रा। इसके लिए उन्होंने पैसा भी एकत्र कर लिया था कि इस बीच कोरोना दुनिया पर कहर बनकर टूट गया।

कोरोना ( Corona ) महामारी के कारण लॉकडाउन ( Lockdown ) का दौर शुरू हो गया। ऐसे में सभी कामगार घर बैठने को मजबूर हो गए। मजदूरों को बेबस देख अब्दुर्रहमान ने अपना सारा पैसा यात्रा करने की जगह लोगों को खाना ( Food ) खिलाने के लिए खर्च कर दिया।

लॉकडाउन में अपने लाइफ पार्टनर से परेशान हो गई थी पत्नी, घर के बाहर बोर्ड पर लिखा मुझे मेरा पति बेचना है

अब्दुर्रहमान के बारे में सुनकर हर कोई कह रहा है जहां एक ओर धर्म ( Religion ) के नाम पर एक-दूसरे को बांटने की कोशिश हो रही है। वहीं इस मुश्किल घड़ी में भी अब्दुर्रहमान हम लोगों के लिए मिसाल कायम कर रहे है, जिससे हम सब भी प्रेरणा ले सकते हैं और मुसीबत में हर जरूरतमंद के काम आ सकते है।