
लोग जिसे समझ रहे थे बारात उसकी हकीकत कुछ और ही निकली और फिर...
नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव 2019 से पूर्व प्रत्याशी अपना नामांकन भरने में व्यस्त हैं और ज्यादातर प्रत्याशी बड़ी ही सादगी के साथ नामांकन भरने जाते हैं और वापस आ जाते हैं। लेकिन कुछ प्रत्याशी ऐसे भी हैं जो पूरे गाजे-बाजे के साथ नामांकन भरने जाते हैं और रास्ते में आतिशबाज़ी करते हैं और गाने भी बजाते हैं। बीते दिनों एक ऐसा ही चौंकाने वाला मामला देखने को मिला है जिसके बारे में जानकर आप भी हैरान रह जाएंगे।
दरअसल यह मामला उत्तरप्रदेश ( Uttar Pradesh ) के शाहजहांपुर ( Shahjahanpur ) का है जहां पर संयुक्त विकास रैली के प्रत्याशी वैधराज किशन दूल्हे के कपड़े पहनकर घोड़ी पर सवार होकर नामांकन भरने पहुंचे थे। इस दौरान किशन के साथ बैंड-बाजे वाले भी चल रहे थे और आलम ये था कि जो लोग किशन को नहीं जानते थे उन्हें लग रहा था कि बारात निकल रही है लेकिन इस बारात की हकीकत कुछ और ही थी।
आपको बता दें कि ज्यादा शोर-शराबे की वजह से पुलिसवालों ने कलेक्ट्रेट से पहले ही किशन को घोड़ी से उतार दिया और बैंड-बाजे वालों को भी रोक दिया फिर वो पैदल चलकर ही नामांकन भरने आए। जब किशन से सवाल किया गया कि वो बारात लेकर नामांकन भरने क्यों आए हैं तो उन्होंने जवाब दिया कि, 'वो राजनीति के दामाद हैं और आज उनकी शादी की सालगिरह इसलिए वह दुल्हा बनकर नामांकन भरने आए हैं।
आपको बता दें कि किशन पेशे से आयुर्वेदिक डॉक्टर ( ayurvedik doctor ) हैं। जब इनकी राजनीति वाली बरात सड़क से गुज़र रही थी तब लोगों को बेहद ही हैरानी हो रही थी क्योंकि वो किसी दूल्हे की तरह से ही तैयार हुए थे और उनके समर्थक नाचते-गाते हुए चल रहे थे।
Published on:
10 Apr 2019 11:22 am
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