
Zane Powles
नई दिल्ली। इस दुनिया में कुछ लोग दूसरों की जरूरत पूरी करने के लिए अपनी तरफ से हरसंभव कोशिश करते हैं। ऐसा की कुछ Zane Powles नाम के टीचर ने भी किया है और उनकी इसी दरियादिली की वजह से लोग उन्हें किसी मसीहा से कम नहीं समझते।
कई लोगों की अपनी नेकदिली की बदौलत खूब सुर्खियां बटोरी। Zane Powles भी हर रोज कुछ ऐसा ही करते हैं। वो रोज पैदल चलकर स्कूल के बच्चों को टिफिन देने जाते हैं। वे वेस्टर्न प्राइमरी स्कूल ( Primary School ) में बतौर हेड टीचर काम करते हैं।
जब से कोरोना के कारण लॉकडाउन हुआ है, तब से वो फ्री मील बच्चों को देने के लिए उनके घर जाते हैं। वो यह सारे टिफिन पैदल ही चलकर देने जाते हैं। एक रैक बैग में सारा सामान रखते हैं और बैग को कंधे पर रखकर अपनी मंजिल की तरफ निकल पड़ते हैं।
जेन अपने इस काम को अंजाम देने के लिए हर रोज 8 किलोमीटर से ज्यादा चलते हैं। इस दौरान उनके कंधे पर जो बैग होता है उसका वजन 18 से 20 किलो के बीच होता है। वो स्टूडेंट्स ( Students ) से उनका हाल-चाल भी पूछते हैं। जेन पहले सेना में कार्यरत थे।
इस काम के दौरान जेन स्टूडेंट्स से सोशल डिस्टेंस बरकरार रखते हैं। वो टिफिन उनके घर के बाहर रखकर दूर हट जाते हैं और फिर सोशल डिस्टेंस बनाते हुए उनका हाल चाल पूछते हैं। इसके साथ ही स्कूल के काम के बारे में पूछते हैं और फिर आगे चल देते हैं।
जेन कहते हैं कि उनके स्कूल में 34 प्रतिशत बच्चे ऐसे हैं कि जो गरीबी रेखा के नीचे हैं। उन्हें स्कूल की ओर से खाना दिया जाता है। बाकी टीचर्स भी इस काम को कर रहे हैं। जेन पैदल जाते हैं। वो कहते हैं कि बच्चों के पेरेंट्स काफी खुश होते हैं। वो खिड़की से हाथ हिलाते हैं। कभी-कभी बातचीत भी करते हैं।
Published on:
24 Apr 2020 02:25 pm
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