22 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

सावधान: कुंवारे लोगों को कोरोना से मौत का खतरा अधिक, शोध में हुआ चौंकाने वाला खुलासा

स्वीडन की यूनिवर्सिटी ऑफ स्टॉकहोम (Stockholm University) ने एक शोध में दावा किया है कि सिंगल लोगों में कोरोना (Corona) से मौत का खतरा शादीशुदा लोगों के मुकाबले डेढ़ गुना अधिक होता है।  

2 min read
Google source verification

image

Vivhav Shukla

Oct 11, 2020

unmarried_men_at_higher_death_risk_from.jpg

Unmarried men at higher death risk from

नई दिल्ली। दुनियाभर में कोरोना वायरस (Coronavirus) ने कोहराम मचा रखा है। हर देश में इस वायरस को लेकर हजारों शोध किए जा रहे हैं। अब इस महामारी को लेकर नई रिसर्च सामने आई है। दरअसल, एक स्टडी में पता चला है कि कोरोना की वजह से कुंवारे लोगों में मौत का खतरा ज्यादा होता है, जबकि शादीशुदा लोगों में मरने का खतरा कम पाया गया है।

अब इंसानों से जानवरों में फैल रहा कोरोना वायरस ! एक साथ मरे 10,000 मिंक

स्वीडन की यूनिवर्सिटी ऑफ स्टॉकहोम (Stockholm University) में हुए इस शोध ने दुनियाभर के वैज्ञानिकों को चौंका दिया है। स्वीडन में कोविड-19 से हुई रजिस्टर्ड मौतों के आधार पर स्वीडिश नेशनल बोर्ड ऑफ हेल्थ एंड वेलफेयर ने ये रिसर्च किया है। इस शोध में कहा गया है कि कुंवारे पुरुषों या महिलाओं (Unmarried people) में कोरोना से मौत का खतरा विवाहित लोगों की तुलना में डेढ़ से दो गुना ज्यादा होता है।

'जनरल नेचर कम्युनिकेशंस' में प्रकाशित इस स्टडी इस स्टडी में 20 वर्ष या उससे ज्यादा उम्र के लोगों को ही शामिल किया गया है। जिसमें मैरिड, अनमैरिड, विधवा/विधुर और तलाकशुदा लोग भी शामिल है। शोध में पाया गया है कि सिंगल लोगों में कोरोना से मौत का खतरा डेढ़ गुना है।

समंदर के नीचे फैली है कोरोना से भी भयंकर ‘तबाही’, 95% समुद्री जीवों की मौत !

वहीं पुरुषों में कोविड-19 से मौत का खतरा महिलाओं की तुलना में दोगुने से भी ज्यादा है। शोध में बताया गया है विवाहित लोगों की तुलना में कुंवारे लोगों को कम संरक्षित एनवायरनमेंट मिलता है। यही वजह है कि उनमें कोरोना से मौत का खतरा अधिक होता है।

बता दें कि दुनियाभर में कोरोना का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। ताजे आंकड़े के मुताबिक लगभग 3 करोड़ 74 लाख से अधिक लोग इस महामारी के चपेट में आ चुके हैं। जबकि 11 लाख के करीब लोगों की मौत हो चुकी है। अभी भी इस वायरस की कोई वैक्सीन पूरी तरह से विकसित नहीं हो पाई है।