
MP News : होली के बाद इंदौर शहर में डॉग बाइट(Dog Bite) के केस बढ़े हैं। एक सप्ताह से हुकमचंद पॉली क्लिनिक में ही डॉग बाइट के 400 नए केस रोज आ रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के एनालिसिस के अनुसार, डॉग बाइट के हॉट स्पॉट भी हर दिन बदल रहे हैं। पांच या उससे अधिक केस मिलने वाले क्षेत्रों को विभाग हॉट स्पॉट में गिनता है। यानी हर क्षेत्र में घटनाएं बढ़ी हैं। शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में 26 जगह एंटी रैबीज इंजेक्शन लगाए जा रहे हैं। उन अस्पतालों को मिलाकर डॉग बाइट की संया और बढ़ सकती है।
हुकमचंद पॉली क्लिनिक अस्पताल प्रबंधन के अनुसार, 21 मार्च को 450 नए केस अस्पताल पहुंचे। पहले से डॉग बाइट((Dog Bite)) का शिकार लोग बड़ी संख्या में इंजेक्शन लगवाने पहुंचते हैं। शहर में जिला अस्पताल, बाणगंगा सिविल अस्पताल, हुकमचंद पॉली क्लिनिक में ही टीकाकरण किया जा रहा है। आयुष्मान आरोग्य केंद्र में भी टीकाकरण का प्रावधान है, यहां टीके नहीं लगाए जा रहे हैं। यहां पहुंचे मरीजों को हुकमचंद पॉली क्लिनिक भेज दिया जाता है। जिला अस्पताल, पीसी सेठी अस्पताल व बाणगंगा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भी टीके लगाए जा रहे हैं, लेकिन जानकारी के अभाव में लोग सीधे हुकमचंद पॉली क्लिनिक पहुंचते हैं। कभी-कभी इन अस्पतालों में वाइल ही नहीं रहती है। लोगों की शिकायत है कि यह अव्यवस्था दूर नहीं हो रही है।
17 मार्च: इंदिरा नगर, चंदन नगर, तीन इमली।
15 मार्च: स्कीम नंबर 78, द्वारकापुरी, मूसाखेड़ी, बाणगंगा, पालदा, चंदन नगर।
21 मार्च: द्वारकापुरी, विजय नगर, गौरी नगर, साईं कृपा कॉलोनी, परदेसीपुरा, मूसाखेड़ी।
नगर निगम के डॉ. उत्तम यादव ने बताया कि शहर में लगभग 2 लाख डॉग((Dog Bite)) हैं। इनमें से 90 फीसदी की नसबंदी की जा चुकी है। 10 फीसदी बचे डॉग्स के लिए जोनवार अभियान चलाया जाएगा। शहरी सीमा में शामिल 29 गांवों में भी नसबंदी के लिए अभियान चलाना है। अभी दो एजेंसियों के माध्यम से रोजाना 80 के आसपास नसबंदी की जा रही है। हालांकि लोगों का कहना है कि नगर निगम के दावों के बावजूद शहर में कुत्तों की संया काफी ज्यादा है। हर क्षेत्र में लोग कुत्तों के हमलों से परेशान हैं।
सुप्रीम कोर्ट का ऑर्डर है कि एंटी रैबीज वैक्सीन जिला अस्पताल के अलावा उससे नीचे अन्य अस्पतालों, ब्लॉक स्तर के अस्पतालों, यूपीएचसी व सिविल अस्पतालों में भी उपलब्ध रहे। शहर में 15 अर्बन यूपीएचसी (आयुष्मान आरोग्य केंद्र) में इसका पालन नहीं हो रहा है।
शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में 26 केंद्रों पर एंटी रैबीज टीकाकरण किया जा रहा है। सबसे अधिक केस हुकमचंद पॉली क्लिनिक में टीकाकरण के लिए आते हैं। सभी जगह टीके लगाने के इंतजाम किए गए हैं। किन अस्पतालों में एंटी रैबीज के टीके नहीं लग रहे हैं, यह जानकारी ली जाएगी। -डॉ. बीएस सैत्या, सीएमएचओ
गर्मी में केस ज्यादा आते हैं। होली के बाद से केस बढ़े हैं। इसका एक कारण रंग से प्रभावित होना भी होता है। हर दिन हॉट स्पॉट का एनालिसिस कर रहे हैं। इसमें ऐसे अलग-अलग क्षेत्र सामने आ रहे हैं, जहां पांच या उससे डॉग बाइट के मामले हुए हैं।- डॉ. आशुतोष शर्मा, प्रभारी, हुकमचंद पॉली क्लिनिक
Published on:
23 Mar 2025 11:51 am
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