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श्मशान में चिता जलाने को जगह नहीं : सिर्फ 13 दिन में कोरोना प्रोटोकॉल के मुताबिक जले 401 शव, रिकॉर्ड में सिर्फ 55

एक तरफ जहां सरकारी रिकॉर्ड में 1 अप्रैल से 13 अप्रैल के बीच इंदौर में कोरोना से 55 मौतों की पुष्टि की गई है, तो वहीं मुक्तिधामों के आंकड़ों के अनुसार, इस अवधि में 401 शवों का अंतिम संस्कार कोविड प्रोटोकॉल के तहत किया गया है।  

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श्मशान में चिता जलाने को जगह नहीं : सिर्फ 13 दिन में कोरोना प्रोटोकॉल के मुताबिक जले 401 शव, रिकॉर्ड में सिर्फ 55

इंदौर/ मध्य प्रदेश की आर्थिक नगरी इंदौर में कोरोना के फैलाव उससे होने वाली मौतों के आंकड़े बैकाबू हैं। इस बीच बड़ा सवाल ये है कि, आखिरकार सरकार लोगों से स्पष्ट आंकड़े छिपा क्यों रही है। जमीनी स्थिति और सरकारी रिकॉर्ड में थोड़ा बहुत नहीं, बल्कि अब बहुत बड़ा अंतर दिखने लगा है। एक तरफ जहां सरकारी रिकॉर्ड में 1 अप्रैल से 13 अप्रैल के बीच इंदौर में कोरोना से 55 मौतों की पुष्टि की गई है, तो वहीं जमीनी हकीकत इससे आठ गुना ज्यादा डरावनी है। शहर के 6 मुक्तिधामों में दर्ज आंकड़ों के मुताबिक, इसी अवधि में 401 शवों का अंतिम संस्कार कोविड प्रोटोकॉल के तहत किया गया है।

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सरकारी रिकॉर्ड से अलग हैं मुक्तिधाम के आंकड़े

शहर में स्थित भास्कर ने रामबाग, पंचकुइया, जूनी इंदौर, रीजनल पार्क, विजय नगर और मालवा मिल मुक्तिधाम पर पिछले 13 दिनों के दौरान यहां दर्ज अंतिम संस्कार के आंकड़ों को जोड़ा तो मालूम हुआ कि, इस अवधि में 401 शवों का अंतिम संस्कार कोविड प्रोटोकॉल के तहत किया जा चुका है। शहर के अलग-अलग मुक्तिधामों के सेवादारों के मुताबिक, 1 से 13 अप्रैल के बीच सबसे ज्यादा 99 कोविड शव विजय नगर मुक्तिधाम में जल चुके हैं। इसके अलावा, रामबाग मुक्तिधाम में 36, पंचकुइया में 83 कोविड शवों को जलाया गया है।

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मुक्तिधाम के सेवादार पड़ रहे बीमार

शहर के मुक्तिधामों में पहुंच रहे लोगों के इतने हुजूम के चलते यहां काम करने वाले सेवादार भी अब बीमार पड़ने लगे हैं। जूनी इंदौर मुक्तिधाम का एक सेवादार मंगलवार को शहर के ही एक निजी अस्पताल में भर्ती किया गया है। वहीं, रामबाग मुक्तिधाम के सेवादार ने बुखार और हाथ-पैर में दर्द के कारण फिलहाल छुट्टी पर है।

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शवों की स्पष्ट जानकारी देने से भी बच रहे सेवादार

शहर के तिलक नगर मुक्तिधाम के सेवादार तो वहां जलाए गए कोविड संक्रमित शवों से जुड़ी जानकारी देने से ही इंकार करते नजर आए। उन्होंने कहा कि, हमें इस संबंध में किसी तरह की जानकारी किसी को भी देने की अनुमति नहीं है। उनके मुताबिक, अगर आप मीडिया से हैं, तो आपको सभी जानकारी नगर निगम या स्वास्थ विभाग से मिल जाएगी। हम दिनभर की पूरी रिपोर्ट तैयार करके वहीं भेजते हैं।

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