18 दिसंबर 2025,

गुरुवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

बजरंग दल कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज मामले में एसटीएफ विपिन माहेश्वरी एडीजी करेंगे जांच, जोन 3 डीसीपी को पद से हटाया

सोशल मीडिया पर वायरल हुए इस घटना के वीडियो में शुक्रवार को जहां टीआई को लाइन अटैच किया गया वहीं, आज शनिवार को जोन-3 के डीसीपी को भी उनके पद से हटाने की बात सामने आ रही है।

2 min read
Google source verification
indore_bajrangdal_workers_case_1.jpg

इंदौर। प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर के पलासिया थाने पर नशे के विरोध में प्रदर्शन कर रहे बजरंग दल के कार्यकर्ताओं पर पुलिस के लाठीचार्ज मामले ने अब और तूल पकड़ लिया है। सोशल मीडिया पर वायरल हुए इस घटना के वीडियो में शुक्रवार को जहां टीआई को लाइन अटैच किया गया वहीं, आज शनिवार को जोन-3 के डीसीपी को भी उनके पद से हटाने की बात सामने आ रही है। आपको बता दें कि इस मामले को संज्ञान में लेते हुए गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने मामले की जांच एडीजी स्तर के अफसर को करने की बात कही थी। इसके बाद इस मामले की जांच का जिम्मा एसटीएफ एडीजी विपिन माहेश्वरी को सौंपा गया है। वे शुक्रवार रात में ही इंदौर पहुंच गए।

विरोध के चलते सख्त कार्रवाई
प्रदेश सरकार ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए मामले की जांच एसटीएफ के एडीजी को सौंप दी है। उन्होंने मामले की जांच शुरू कर दी है। अब मामले में बड़ी जानकारी मिली है कि जोन-3 के डीसीपी धर्मेंद्रसिंह भदौरिया को आज उनके पद से हटा दिया गया है। जबकि शुक्रवार को पलासिया थाना टीआई को भी लाइन अटैच कर दिया गया था। वहीं शुक्रवार को ही इस मामले की जांच का जिम्मा पुलिस मुख्यालय ने एसटीएफ एडीजी विपिन माहेश्वरी को सौंप दिया है।

ये भी पढ़ें:राष्ट्रीय पक्षी मोर के पंख नोचने वाला बदमाश और उसकी बहन गिरफ्तार, देखें वीडियो

शुक्रवार को गृहमंत्री ने दिए थे निर्देश
शुक्रवार को गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने मामले में जांच संबंधी निर्देशों की जानकारी मीडिया को दी थी। उन्होंने कहा था कि इस मामले को लेकर एडीजी स्तर के अफसर से जांच करवाई जाएगी। साथ ही कहा गया था कि लाठीचार्ज करने वाले दोषी अधिकारियों को छोड़ा नहीं जाएगा। आपको बता दें कि वहीं बजरंग दाल के पदाधिकारियों की मांग है कि दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की जानी चाहिए। इतना ही नहीं अब भी संगठनों से बातचीत की जाएगी और इसे लेकर रूपरेखा तैयार करने की बात की जा रही है।

यहां पढ़ें पूरा मामला
बजरंग दल ने नशे के विरोध में घेराव और प्रदर्शन की जानकारी पहले ही पुलिस को दे दी थी। वहीं दोपहर 3 से 4 बजे के बीच ही इस प्रदर्शन की जानकारी लोगों को भी थी। बजरंग दल कार्यकर्ताओं का कहना था कि इलाके के पबों में देर रात तक नशाखोरी चलती रहती है। कार्यकर्ता देर रात नशाखोरी करवाने वाले पबों के खिलाफ पुलिस को ज्ञापन देने पलासिया थाने पहुंचे थे। कार्यकर्ताओं के प्रदर्शन के दौरान थाने पर भारी पुलिस बल मौजूद था। प्रदर्शन के दौरान खासी नारेबाजी की गई थी। इस प्रदर्शन में लोगों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही थी। जिससे यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ था। स्थिति नियंत्रण में न होती देख पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज शुरू कर दिया था। इस दौरान कुछ कार्यकर्ताओं को जमकर पीटा गया। जिसका वीडियो वायरल हो गया। इसके बाद कार्यकर्ताओं को एक बस में बैठाकर ले जाया गया। जिनमें राजेश बिंजवे विभाग मंत्री, विश्व हिंदू परिषद अविनाश कौशल जिला मंत्री, विश्व हिंदू परिषद व बजरंग दल संयोजक तन्नू शर्मा, विभाग संगठन मंत्री अभिषेक उदनिया सहित 11 लोग गिरफ्तार हुए थे। जिन्हें मेडिकल जांच के बाद शुक्रवार को छोड़ दिया गया।

ये भी पढ़ें:ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के भाई पर जानलेवा हमला, जैसे-तैसे जान बचाकर भागे सत्येंद्र सिंह तोमर