
इंदौर। देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी (डीएवीवी) में लंबे अरसे बाद परमानेंट फैकल्टी की नियुक्ति की उम्मीद जगी है। हालांकि, यह प्रक्रिया कितनी धीमी चल रही है इसका अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि आवेदनों की स्क्रूटनी करने में ही यूनिवर्सिटी को डेढ़ साल का समय लग गया। चयन के लिए अब इंटरव्यू होने का इंतजार है।
यूनिवर्सिटी के कई विभागों में एक भी परमानेंट फैकल्टी नहीं है। लंबे समय से यहां गेस्ट फैकल्टी के भरोसे ही पढ़ाई कराई जा रही है। स्कूल ऑफ लॉ, स्कूल ऑफ कॉमर्स सहित कुछ और विभाग हैं, जहां विभागाध्यक्ष जैसे पद पर भी अन्य संकाय के फैकल्टी को जिम्मेदारी देनी पड़ी। बैकलॉग के 45 पदों पर भर्ती के लिए जुलाई 2021 में आवेदन बुलाए गए। इसके बाद मार्च 2022 में और 47 पद शामिल कर लिए गए। यूनिवर्सिटी को करीब एक हजार आवेदन मिले।
इस बीच राजभवन की ओर से इंटरव्यू पैनल तय हो चुका है। लेकिन, इतना समय बीतने के बाद अब तक स्क्रूटनी होने का इंतजार था। अब कुछ विभागों की स्क्रूटनी हो पाई है। स्कूल ऑफ बायोटेक्नोलॉजी की पहली सूची भी जारी की जा चुकी है। अफसरों का दावा है कि इंटरव्यू के लिए अब और अधिक इंतजार नहीं करना होगा। रजिस्ट्रार अजय वर्मा का कहना है, मई-जून में इंटरव्यू कराने की कोशिश है। जुलाई से शुरू होने वाले नए सत्र तक भर्तियां हो जाएंगी।
नैक में भी उठाना पड़ा खामियाजा
डीएवीवी को नैक से लगातार दो बार भले ही अच्छी ग्रेड मिली, लेकिन नैक की पीयर टीम के दौरे में परमानेंट फैकल्टी की कमी का मुद्दा उठता रहा। दोनों बार यूनिवर्सिटी ने प्रक्रिया जारी होने का हवाला देते हुए बात संभाली। अगले साल डीएवीवी में फिर से नैक का दौरा होना है।
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Updated on:
11 Apr 2023 10:33 am
Published on:
11 Apr 2023 10:32 am
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