27 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Research: डायबिटीज से हर साल काटने पड़ते 2 लाख मरीजों के पैर, ये 2 लक्षण न करें इग्नोर

Diabetes: रीढ़ की हड्डी की नसों को शुगर डेमेज करती है। अगर पैर में चोट लगे तो यह घातक होता है।

less than 1 minute read
Google source verification
Diabetes Symptoms

Diabetes Symptoms

Diabetes: डायबिटीज के मरीजों के पैरों में घाव तेजी से होते हैं। एक रिसर्च के अनुसार भारत में हर साल लगभग दो लाख मरीजों के पैर काटने की स्थिति बनती है। मरीजों को समय पर बचाव उपायों की जानकारी जरूरी है। पैरों का सुन्न होना या घाव ठीक न होना इसके प्रमुख लक्षण हैं। अब इसके लिए भारत में भी बेहतर दवाई बनने लगी है जो विदेशी दवाओं से आधी से भी कम कीमत की होती है।

400 डॉक्टर हुए शामिल

यह बात इंडियन पोलाइट्री एसोसिएशन की राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस के दौरान राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. एपीएस सूरी ने कही। आयोजन में इंदौर सहित अन्य स्थानों से लगभग 400 डॉक्टर शामिल हुए। यहां उन्होंने शोध पत्रों का प्रजेंटेशन भी दिया। डॉ, सूरी ने बताया, डायबिटिक मरीज की रक्त की नाड़ियां सिकुड़ने लगती हैं। रीड की हड्डी की नसों को शुगर डेमेज करती है। अगर पैर में चोट लगे तो यह घातक होता है। डॉ. अनुपमा दुबे ने बताया, शार्कूड फूड ऐसी स्थिति है जो डायग्नोज नहीं हो पाता, जबकि सबसे अधिक घातक है।

ये भी पढ़ें: IPS Manoj Sharma: मुंबई से मैच देखने पहुंचे '12वीं फेल' IPS मनोज शर्मा, जमकर की चंबल की तारीफ….

चोट ले सकती है गैंगरीन का रूप

डॉक्टरों ने बताया, मरीज चोट लेकर आता है तो डॉक्टर को जांच करना जरूरी है। नहीं तो यह गैंगरीन का रूप ले सकती है। इससे पैर काटने की स्थिति बनती है। आइपीए मप्र के अध्यक्ष डॉ. उमेश मसंद ने बताया, पैरों को काटने से बचाने के लिए एसोसिएशन काम कर रहा है।