हालांकि, अभी इसकी पुष्टि नहीं हुई है। विजयनगर पुलिस आरोपी मोबिन को मुंबई से पकड़कर लाई से है। अब तक करीब 8 युवतियों सहित 15 संदेहियों को हिरासत में ले लिया है। एसपी (पूर्व) आशुतोष बागरी ने आरोपियों से पूछताछ की, जिसमें कई जानकारियां सामने आई हैं।
साल की शुरुआत में पुलिस ने इवेंट का झांसा देकर मुंबई से बुलाई युवतियों को बंधक बनाकर बलात्कार का मामला पकड़ा तो वांग्लादेशी रैकेट का खुलासा हुआ। छानबीन में पता चला कि मुंबई, सूरत में कई एजेंट है, जो नौकरी या शादी का झांसा देकर युवतियों को अवैध रूप से बांग्लादेश से लाते हैं। और यहां देह व्यापार कराते हैं। मुख्य एजेंट का भी पता चला था जो मुंबई में रहकर बांग्लादेश से लड़कियों को लेकर देशभर में सप्लाय करता था। इसका मुख्य केंद्र महाराष्ट्र और गुजरात के शहर थे। एजेंटों से संपर्क होने पर वह मध्यप्रदेश व अन्य प्रदेशों में भी लड़कियां भेजता था।
सरगना मोबिन का असली नाम नहीं पता
आइजी हरिनारायणाचारी मिश्रा के मुताबिक, मुंबई से मोबिन उर्फ मोमिन को पकड़ा था। वह रैकेट का सरगना है। अलग-अलग नामों से गिरोहों में प्रचलित है। उसका असली नाम किसी को नहीं पता। वह 15 साल से यहां अवैध रूप से रह रहा है। उसने फर्जी पासपोर्ट, पहचान पत्र, आधार कार्ड आदि बनवाए हैं। उसने बड़ी संख्या में यहां संपत्तियां भी खरीदी है।
200 युवतियों को ला चुका है भारत
मोबिन बांग्लादेश से अवैध रूप से लड़कियों को लाकर उनके फर्जी दस्तावेज तैयार करवाता था। देह व्यापार के साथ नशा बेचने व हवाला करने में उसके व साथियों के शामिल होने की आशंका है। वह करीब 200 युवतियों को अवैध रूप से लाने की बात कबूल चुका है। पुलिस ने मोबिन के साथियों को पकड़ा, कुछ युवतियों को भी बरामद किया है।