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इंदौर। शहर में कुछ सकारात्मक सोच के साथ शुरू किया गया नाइट लाइफ कल्चर अब विवादों में आने लगा है। इसका विरोध होने लगा है। कानून व्यवस्था कमजोर होने के कारण क्राइम बढ़ रहा है, लोग देररात तक शहर में नशे में उत्पात मचाते नजर आते हैं। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा भी चिंता जाहिर कर चुके हैं। लोगों का भी कहना है कि नाइट कल्चर को बंद कर दिया जाना चाहिए या कानून व्यवस्था और अच्छी कर देना चाहिए।
शहर में 24 घंटे वर्किंग के लिए लागू नाइट कल्चर के दौरान आने वाली घटनाओं को देखते हुए व्यवस्थाएं पुख्ता करने की मांग उठने लगी है। लगातार विवाद के वीडियो सामने आने के बाद जनप्रतिनिधि और समाजसेवी समीक्षा कर व्यवस्थाओं को और बढ़ाने की बात कर रहे है। हालांकि, अधिकारियों का तर्क है कि सुरक्षा व्यवस्था पर जोर है तथा इसे और पुख्ता करने की तैयारी है। इस बीच पुलिस शक्ति मोबाइल पेट्रोलिंग शुरू कर रही है। महिला एसआइ के नेतृत्व में हुड़दंग करने वालों पर सख्ती के लिए टीम तैयार रहेगी। युवाओं की हरकत से उनके परिजनों को भी रुबरू कराएगी।
गौरतलब है कि देर रात हाल ही में हुईं कुछ घटनाओं को लेकर बुधवार को इंदौर आए जिले के प्रभारी व गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने नाराजगी जाहिर करते हुए अधिकारियों से रिव्यू रिपोर्ट देने के लिए कहा। पत्रिका संवाददाता ने शहर के जनप्रतिनिधियों, अधिकारी व समाजसेवी से बात की तो उनका कहना था कि शहर के विकास के उद्देश्य से लागू नाइट कल्चर की समीक्षा कर सुधार करने की जरूरत है, ताकि कानून व्यवस्था बनी रहे।
नाइट कल्चर के VIDEO
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एमआइजी चौराहे के पास पिछले एक महीने में दो बार देर रात हंगामा हो चुका है। दोनों ही घटनाओं में नशे की स्थिति में युवतियां विवाद करतीं दिखी हैं। हालांकि, अफसरों का कहना है यहां घटनाएं बढ़ी नहीं है, कुछ घटनाएं जरूर हुई है। डीसीपी जोन 2 संपत उपाध्याय व एडिशनल डीसीपी राजेश व्यास ने घटनाओं की रोकथाम के लिए महिला स्क्वॉड को तैनात करने का फैसला लिया है। शक्ति मोबाइल टीम शुरू की जा रही है, जिसमें महिला एसआइ के नेतृत्व में महिला पुलिसकर्मियों की टीम एक वाहन में शाम 7 बजे से ही रात 12.30 बजे तक पेट्रोलिंग करेगी। बेवजह रात में घूमने वालों टोका जाएगा। देर रात हुड़दंग करते हुए अगर कोई युवती मिलती है तो उसे समझाइश दी जाएगी।
समीक्षा कर व्यवस्थाओं में सुधार लाएंगे
शहर में नाइट कल्चर व्यवस्था के स्वरूप को बेहतर बनाने के लिए वर्क कल्चर को बढ़ाने पर जोर दिया जाएगा। पब-बार समयानुसार ही बंद होंगे। इसके अलावा एमएनसी, आइटी कंपनियों के वर्किंग एरिया कौन-कौन से है, चिन्हित करेंगे और वर्तमान स्वरूप की समीक्षा कर सुधार लाएंगे। - डॉ. इलैया राजा टी, कलेक्टर
समीक्षा के बाद पुनर्विचार की जरूरत
पब संस्कृति का अंधानुकरण नहीं होना चाहिए। शहर को 24 घंटे खोलने का प्रयास प्रोग्रेसिव स्टेप था। आइटी कंपनियों के इंदौर में आने के लिए सुलभता के लिए ये पहल थी। यदि इसके दुष्प्रभाव सामने आ रहे हैं और संस्कृति पर हमला हो रहा है तो इसकी समीक्षा कर पुर्नविचार किया जाना चाहिए। - पुष्यमित्र भार्गव, महापौर
परिणाम अच्छे नहीं, व्यवस्थाएं दुरुस्त करने की जरूरत
प्रशासन ने आम लोगों व व्यवसाय की सहुलूयित के लिए प्रयोग के तौर पर 24 घंटे वर्किंग की व्यवस्था की, लेकिन फिलहाल इसके अच्छे परिणाम नहीं आ रहे हैं। जिस लक्ष्य के साथ यह व्यवस्था लागू की गई, उसे सफल करने के लिए ध्यान देने व व्यवस्थाएं दुरस्त करने की जरूरत है, ताकि व्यवस्थाओं के अच्छे परिणाम आएं।
- प्रो. रमेश मंगल, शिक्षाविद व समाजसेवी
कानून व्यवस्था को बेहतर बनाने की जरूरत
शहर में नाइट वर्किंग कल्चर को बढ़ावा देना है, ताकि देश-दुनिया के साथ इंदौर की इकॉनोमी भी आगे बढ़े पर जिस तरह की बार 11 बजे बंद होने के बाद भी घटनाएं सामने आ रही हैं, उसे देखते हुए पुलिस व प्रशासन को पुख्ता इंतजाम करना चाहिए। कानून व्यवस्था को बेहतर बनाने की जरूरत है।
- शंकर लालवानी, सांसद
नाइट वर्किंग के दौरान जोन-2 के थाना क्षेत्रों में कानून व्यवस्थाएं बनाए रखने पर जोर देते हुए व्यवस्था की जा रही है। कुछ घटनाएं हुई हैं, जिसमें पुलिस ने कार्रवाई भी की है। पेट्रोलिंग बढ़ाते हुए और व्यवस्थाएं की जा रही हं। हंगामा करने वालों पर भी सख्ती कर रहे है।
- संपत उपाध्याय, डीसीपी जोन-2
Updated on:
16 Dec 2022 04:38 pm
Published on:
16 Dec 2022 04:32 pm
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