बिजली की आंख मिचौली व गर्मी से बचने के लिए फ्लैट की बालकनी में खड़े दो युवकों की हाइटेंशन लाइन की चपेट में आने से मौत हो गई। दोनों देवास जिले के रहने वाले थे। पुलिस ने शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेज मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है। राऊ थाना प्रभारी राजपाल सिंह राठौर के मुताबिक, बुधवार रात 1.30 से 2.30 बजे के बीच सिलिकॉन सिटी चावला मल्टी में करंट लगने से दिव्यांश (21) पिता मनोज कानूनगो निवासी कमलापुर (देवास) और नीरज (26) पिता मोहन पटेल निवासी भसूनी (देवास) की मौत हो गई।
दोनों बालकनी में खड़े हुए थे। इस दौरान नजदीक से गुजर रही 11 केवी हाइटेंशन लाइन की चपेट में आ गए। उन्हें बचाने में तीसरा छात्र मनन घायल हो गया। घायल मनन (20) पिता महेंद्र सिंह सेंधव निवासी सोनकच्छ ने बताया कि, वह और दिव्यांश दोनों सेज यूनिवर्सिटी से बी फार्मा कर रहे हैं। पांच माह पहले दोनों मल्टी में रहने आए थे। घटना के वक्त वह खाना बना रहा था और गर्मी के चलते दिव्यांश दोस्त नीरज के साथ बालकनी में खड़ा था। भोजन के लिए दोनों को बुलाया तो उन्होंने कुछ देर बाद आने की बात कही।
भोजन करने बुलाया था नीरज को
मनन ने बताया कि थोड़ी देर बाद धमाके की आवाज आई। देखा तो दिव्यांश को हाइटेंशन लाइन से करंट लग चुका था। उसे बचाने में कुर्सी पर बैठा नीरज भी चपेट में आ गया। जब मैं दोनों को बचाने जाने लगा तो मुझे भी झटका लगा और गिर गया। इतने में पास रहने वाले अन्य दोस्त आ गए। मनन ने बताया कि, नीरज उनके साथ नहीं रहता था। वह पास ही आयुष नामक युवक के साथ रहता था। एक ही गांव से होने के कारण दिव्यांश ने उसे खाने के लिए बुलाया था। दोनों करंट की चपेट में कैसे आए, पता नहीं चला। MP NEWS: 11 करोड़ पर्यटकों ने देखा मध्य प्रदेश का वैभव, उज्जैन पहुंचे 5 करोड़ लोग दोनों को बचाने का प्रयास रहा बेअसर
पड़ोसी दोस्त तानिष डांगी ने बताया कि, घटना के वक्त उसका रूम पार्टनर दीपेंद्र ठाकुर बालकनी में पानी लेने गया था। उसने धमाके की आवाज सुनी। शंका होने पर पास की बालकनी में झांका तो पता चला कि दिव्यांश को करंट लगा है। दौड़कर कमरे से लट्ठ लेकर पास का दरवाजा तोड़ कर पहुंचा, तब तक दोनों की मौत हो चुकी थी। शवों को रगड़ा और पंप किया लेकिन कोई असर नहीं हुआ। इतने में एंबुलेंस आ गई।