
आकार लेने लगा आईटी सिटी का सपना, एक साल में आईं 50 से ज्यादा कंपनियां
संदीप पारे इंदौर. कामकाज के लिए लो कॉस्ट सिटी तलाश रही आईटी कंपनियों के लिए इंदौर अच्छा ठिकाना बन गया है। यहां एक साल के भीतर ही स्टार्टअप, आईटी सॉफ्टवेयर, हार्डवेयर सॉल्यूशंस व सर्विसेस में 50 से ज्यादा बड़ी-छोटी कंपनियों ने काम शुरू किया है। अभी 205 से ज्यादा कंपनियों में 20 हजार से ज्यादा प्रोफेशनल काम कर रहे हैं।
इस अवसर को भुनाते हुए पश्चिम क्षेत्र में नया ठिकाना सिंहासा आईटी पार्क तैयार किया गया है। जी प्लस फोर पार्क बन रहा है। यहां 5 हजार से ज्यादा रोजगार मिलेंगे। भविष्य के लिए आईटी पार्क-3 की योजना भी है। इन दोनों की ब्रांडिंग अक्टूबर में हो रही मैग्निफिसेंट एमपी समिट में की जाएगी। केंद्र ने इंदौर को देश का पहला विशेष आर्थिक प्रक्षेत्र आईटी पार्क देकर आईटी सिटी बनाने की जो कल्पना की थी, वह साकार होती दिख रही है। तीनों आईटी पार्क भर चुके हैं। कई कमर्शियल कॉम्प्लेक्स आईटी की लघु इकाइयों के लिए मुफीद हैं।
सिंहासा में तैयार हो रहे आईटी पार्क में 20 से ज्यादा कंपनियां कतार में हैं। इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन व इलेक्ट्रॉनिक्स डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन के अधिकारी बताते हैं, कंपनियां अत्याधुनिक सुविधाओं वाले प्लग एंड प्ले स्थान चाहती हैं। इंदौर में दोनों निगम ने इस तरह के आईटी पार्क बनाए हैं, जहां पूरी क्षमता से कंपनियां काम कर रही हैं। 5 कंपनियों में 500 से अधिक और 25 कंपनियों में 100 से 500 युवा कार्य कर रहे हैं।
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उद्योग कर रहे स्वीकार
रैक बैंक के सीईओ नरेंद्र सेन का कहना है, आईटी में संभावना के पीछे बिजनेस ट्रांसफॉर्मेशन प्रमुख है। उद्योग-व्यापार आईटी से समस्याओं का सॉल्यूशन देख इसे एडाप्ट कर रहे हैं। 20 से 25% ग्रोथ हो रही है।
यहां संभावनाएं बढ़ी हैं
आईटी कंपनी फोर्टीसेवन बिलियन के अमोल वैद्य का कहना है, आईटी सेक्टर में नवाचार होने से संभावनाएं बनी हुई हैं। रोजगार का अच्छा माहौल है। बड़ी कंपनियों के आने से इंदौर की पहचान बन गई है।
विकसित होता शहर
इंदौर टू टायर सिटी में आईटी कंपनियों के लिए अच्छी पसंद बना हुआ है। मुंबई, बेंगलूरु, पुणे, दिल्ली-गुडग़ांव, नागपुर, जयपुर, अहमदाबाद चुनने से पहले इंदौर विकल्प बना हुआ है, क्योंकि यह विकसित हो रहा है। प्रदेश सरकार के प्रयासों, स्वच्छता में नंबर वन आने से दुनिया में पहचान बन गई है।
आईटी टैलेंट हब
शहर में अच्छे इंजीनियरिंग कॉलेज हैं। विवि खुल गए हैं। इनमें इंडस्ट्री ओरिएंटेड कोर्सेस हैं। यह टैलेंट हब बन गया है। यहां के ग्रेजुएट्स को कंपनियां पसंद कर रही हैं। 50 से 55 प्रतिशत प्लेसमेंट रेट से कुशल मैन पॉवर उपलब्ध है।नेशनल के साथ इंटरनेशनल कनेक्टिविटी- सबसे बड़ी बात, देश-दुनिया के शहरों से कनेक्टिविटी है। 2-3 घंटे में यहां से देश में कहीं भी पहुंच सकते हैं। इंटरनेशनल कनेक्टिविटी भी बढ़ रही है। दुबई फ्लाइट शुरू होने से काफी फायदा मिलेगा। अफ्रीका, यूरोप के देशों में संभावनाएं बढ़ेंगी।
ऐसे आकार ले रहा सिंहासा
- इंदौर अहमदाबाद रोड पर स्थित।
- 112 एकड़ में बन रहा आईटी पार्क का इंफ्रास्ट्रक्चर।
- आईटी-इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाईसेस व कम्प्यूटर हार्ड वेयर मेन्युफेक्चरर कंपनियां भी कर सकेगी कार्य।
-20 कंपनियों से जगह के लिए सहमति बन चुकी हैं।
- 1 लाख वर्ग फीट का जी-प्लस फोर पार्क भी बन रहा है।
Published on:
24 Aug 2019 04:24 pm
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