
बस में सफर करना होगा 25 फीसदी महंगा! जल्द किराया बोर्ड लेगा बड़ा फैसला
इंदौर/ मध्य प्रदेश में कोरोना संकट के चलते लगाए गए लॉकडाउन और उसके बाद अपनी मांगों के चलते सड़क पर न उतरने वाली बसें अब यात्रियों को और भी परेशान कर सकती हैं। दरअसल, आर्थिक राजधानी इंदौर समेत प्रदेश में संचालित होने वाली प्राइवेट यात्री बसों के किराये में अब 25 फीसदी की बढ़ोतरी होने की संभावनाएं बढ़ने लगी हैं। इसका परिणाम ये होगा कि, पहले से महंगाई की मार झेल रहे मध्यम वर्गीय व्यक्ति पर सफर करने का भार और भी बढ़ जाएगा। बस ऑनर्स एसोसिएशन ने परिवहन विभाग काे किराया बढ़ाने काे लेकर अपने तर्कों समेत मांग पत्र सौंपा है। इसमें 50 फीसदी तक किराया बढ़ाने की मांग है।
18 तक होगी किराया बोर्ड की मीटिंग
इस संबंध में आगामी एक-दो दिनों के भीतर एक बार फिर अंति विचार किया जाएगा। अनलॉक किये जाने के बाद मौजूदा समय में प्रदेशभर की 730 यात्री बसों में से अब तक सिर्फ 170 बसों का ही संचालन शुरु किया गया है। उनमें भी यात्रियों की कमी चल रही है और बस ऑपरेटरों को भी घाटा हो रहा है। हरदा रूट पर गत दिवस अपनी बस का संचालन शुरू करने वाले ऑपरेटर मोहन चौहान के मुताबिक, उन्होंने अपनी गाड़ी को 6600 रुपए का डीजल भरवाने के बाद हरदा भेजा था। जब गाड़ी लौटी तो उन्हें 4400 रुपए मिले।
18 सितंबर को किराया बोर्ड लेगा फैसला!
निजी बस ऑनर्स एसोसिएशन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष चरनजीत सिंह गुलाटी ने बताया कि, उन्होंने एसीएस परिवहन एसएन मिश्रा के समक्ष अपने मांग पत्र में पहले 5 किमी का न्यूनतम किराया 10 रुपए करने की मांग भी रखी है। जबकि, प्रदेश का बस ऑनर्स एसोसिएशन ने पहले 5 किमी समेत किराए में कुल 62 फीसदी बढ़ोतरी की मांग की है। अधिकारिक सूत्रों के मुताबिक किराए में 25 फीसदी की बढ़ोतरी हो सकती है। 18 सितंबर को मंत्रालय में किराया बोर्ड की बैठक होगी।
Published on:
17 Sept 2020 01:36 pm
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