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नए बस स्टैंड से चलेंगी 600 बसें, गुजरात-महाराष्ट्र रूट वालों को होगा बड़ा फायदा

इंदौर। 15 करोड़ की लागत से बने नायता मुंडला के इंटर स्टेट बस टर्मिनल (आइएसबीटी) का संचालन शुरू होने में अभी करीब 7 दिन लगेंगे। बस स्टैंड तक सड़क, फर्नीचर व अन्य सुविधाओं का काम नहीं हो पाया है। प्रशासन शहर से ट्रेवल्स की निजी बसों का दबाव कम करने के लिए उनकी बसों का संचालन भी यहीं से करवाने की तैयारी में है। इसके लिए ट्रेवल्स संचालकों के साथ बैठक जल्द होगी।

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पिछले दिनों कलेक्टर आशीष सिंह ने आइएसबीटी का दौरा कर 16 फरवरी से बस स्टैंड से बसों का संचालन शुरू करने के निर्देश दिए थे। बस स्टैंड से करीब 600 बसें संचालित करने का लक्ष्य है। नवलखा बस स्टैंड, तीन इमली बस स्टैंड के साथ ही एआइसीटीएसएल द्वारा दूसरे जिलों के लिए संचालित बसें भी यहीं से लाने-ले-जाने की योजना है।

चूंकि बस स्टैंड शहर से बाहर है, इसलिए बस ऑपरेटर वहां जाने के लिए तैयार नहीं थे। कलेक्टर ने गुरुवार को निजी बस ऑपरेटरों की बैठक ली और हरदा रूट के साथ गुजरात, महाराष्ट्र रूट की सभी बसों का संचालन नायता मुंडला से करने की बात कही। बस ऑपरेटरों ने इस पर सैद्धांतिक सहमति दी। बस स्टैंड तक सड़क के साथ ही अन्य व्यवस्थाएं जल्द पूरी करने के भी निर्देश दिए हैं।

नवलखा बस स्टैंड करेंगे बंद, सरवटे-तीन इमली से कम होगा दबाव

कलेक्टर के मुताबिक, नायता मुंडला बस स्टैंड से अन्य जिलों की बसों का संचालन होगा। नवलखा बस स्टैंड को बंद किया जाएगा। सरवटे व तीन इमली बस स्टैंड से चलने वाली बसों को भी नायता मुंडला ले जाएंगे। तीन इमली से सिटी बसों के साथ महू-पीथमपुर की उप नगरीय बसें चलेंगी। शहर के मध्य से निजी ट्रेवल्स संचालक कांट्रेक्टर कैरेज की बसें चलाते हैं, इन्हें भी नायता मुंडला से चलवाया जाएगा। ट्रेवल्स संचालकों के साथ जल्द बैठक कर सहमति ली जाएगी।

एमआर-10 के आइएसबीटी शुरू होने पर दिल्ली रूट की निजी ट्रेवल्स की बसों का संचालन वहांं से होगा। ऐसा होने पर शहर के बीच से बसों का दबाव कम हो जाएगा और राहत मिलेगी। बस ऑपरेटर एसोसिएशन के अध्यक्ष गोविंद शर्मा के मुताबिक, बस स्टैंड पर व्यवस्थाएं पूरी होने पर बसें वहीं से चलाई जाएंगी।