
एमपी में सामने आया पत्नी की सहेलियों के अश्लील वीडियो बनाकर सेक्सटॉर्शन का मामला.
Sextortion New Case in MP: शाजापुर नगर पालिका में कम्प्यूटर ऑपरेटर ने एआइ की मदद से पत्नी की सहेलियों की फोटो से छेड़छाड़ कर डीप फेक बनाकर उन्हें परेशान किया। सेक्सटॉर्शन (Sextortion) की मंशा रखने वाले आरोपी को परदेशीपुरा पुलिस ने शाजापुर से दबोच लिया। आरोपी को पकड़ने में पुलिस ने तकनीक (Technology) की मदद ली। पहले फेसबुक से आरोपी का एड्रेस लिया। उसके बाद रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया। जांच में पता चला है कि आरोपी ने कई युवतियों को डीपफेक (Deepfake) का शिकार बनाया है।
डीसीपी अभिनय विश्वकर्मा ने बताया, आरोपी एआइ एन्हांसर ऐप का उपयोग कर युवतियों के डीपफेक (Deepfake) फोटो बनाता था और उन्हें परेशान करता था। उसने इंस्टाग्राम से डीपफेक फोटो कॉलेज की करीब 9 लड़कियों को भेजे थे और उन्हें वायरल (Viral Deepfake) करने की धमकी देकर सेक्सटॉर्शन (Sextortion) करने की मंशा रख रहा था। साइबर पुलिस (Cyber police) की मदद से फेसबुक से जानकारी निकाली गई। इसके बाद परदेशीपुरा थाने की टीम को शाजापुर भेजकर संदिग्ध युवक की हिंट मिलते ही रंगे हाथों उसे पकड़ लिया गया।
5 अप्रेल को दोपहर 12.30 बजे पीड़िता के इंस्टाग्राम आइडी पर उसका (पीड़िता का) फोटो एडिट कर एक अश्लील फोटो भेजा और इस पर भी कमेंट लिखा कि मेरे पास तुम्हारे और फोटो हैं, उन्हें भी भेज सकता हूं।
डीसीपी अभिनय विश्वकर्मा के मुताबिक, शनिवार को पीड़िता शिकायत पर आरोपी के खिलाफ साइबर बुलिंग, अश्लीलता व मानसिक त्रास को लेकर गंभीर धाराओं में अपराध दर्ज किया गया था।
26 अप्रेल : आरोपी ने इंस्टाग्राम आईडी पर 2 बार एसएमएस किया ‘अगर मेरा ये एसएमएस देखकर मुझे ब्लॉक किया या अनदेखा किया तो मैं तुम्हारे फोटो व वीडियो वायरल कर दूंगा।’
27 अप्रेल : दूसरे दिन उसी आइडी से एक अन्य एसएमएस किया कि तुम्हारे पास आज तक का समय है कल से मेरा समय शुरू हो जाएगा।
बता दें कि आरोपी इंदौर के शाजापुर नगर पालिका में कम्प्यूटर ऑपरेटर का कार्य कर रहा था। पहले तो वह गुमराह करने लगा। लेकिन पुलिस ने उसके मोबाइल की जांच की। मोबाइल से उसकी हर करतूत का खुलासा हो गया। पुलिस के खुलासे के बाद आरोपी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। आरोपी के मोबाइल फोन में पुलिस को कई पोर्न वीडियो और साइटें मिली हैं। पूछताछ में आरोपी ने ऐसी ही 9 और लड़कियों को डीपफेक (Deepfake) फोटो भेजने की जानकारी दी है। पुलिस ने आरोपी का मोबाइल फोन और लैपटॉप भी जब्त कर लिया है।
दरअसल डीपफेक रियल इमेजेज और वीडियोज को बेहतर रियल फेक फोटो और वीडियोज में बदलने की प्रक्रिया है। ऐसे फोटो और वीडियोज फेक होते हुए भी रियल नजर आते हैं। आसान शब्दों में कहें तो डीपफेक एक एडिटेड वीडियो होता है, जिसमें किसी का चेहरा किसी दूसरे से बदल दिया जाता है।
एक्सपर्ट का कहना है कि डीपफेक की पहचान करना मुश्किल है, लेकिन आपकी सतर्कता से आप इससे अलर्ट रह सकते हैं।
Updated on:
20 May 2024 01:42 pm
Published on:
20 May 2024 09:32 am
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