रिपोर्ट के अनुसार, “विश्लेषकों ने ये दावे भी सुने हैं कि कैंब्रिज एनालिटिका के ट्रंप का प्रचार शुरू करने के ठीक बाद 2016 की गर्मियों में फेसबुक के कार्यालय में फेसबुक के बोर्ड सदस्य और उसके मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) मार्क जुकरबर्ग के विश्वस्त तथा कैंब्रिज एनालिटिका के व्हिसल ब्लोवर क्रिस्टोफर के बीच एक बैठक हुई थी।” फेसबुक लंबे समय से इससे इंकार कर रहा है कि उसे अमरीका में 2016 में हुए राष्ट्रपति चुनाव के लिए ब्रिटिश राजनीतिक कंसल्टेंसी कंपनी द्वारा फेसबुक से लगभग 8.7 करोड़ लोगों के निजी विवरण चुराने के बारे में जानकारी थी।
फेसबुक के एक प्रवक्ता ने द न्यूयॉर्क टाइम्स से कहा, “हम जांचकर्ताओं का सहयोग कर रहे हैं और इस जांच को गंभीरता से ले रहे हैं।” दिसंबर 2018 में, वाशिंगटन डीसी के शीर्ष अभियोजक ने कैंब्रिज एनालिटिका मामले में फेसबुक की भूमिका के लिए इसे सजा दिलाने के लिए कंपनी पर मामला दर्ज किया था। अमेरिका प्रतिभूति और विनिमय आयोग, संघीय व्यापार आयोग तथा न्याय विभाग भी फेसबुक की जांच कर रहे हैं।
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