
navratri visarjan 2019
जबलपुर। नौ दिन नौ रात माई दशम दिन विदाई विसर्जन को चली। चहुंओर इस गीत की गूंज और गाजे-बाजे के साथ जुलूस निकाले गए। श्रद्धालुओं ने पूर्ण विधि-विधान के साथ पूजन-अर्चन कर मातारानी की प्रतिमाओं का विसर्जन किया। सर्वाधिक प्रतिमा भटौली ग्वारीघाट स्थित कुं ड में विसर्जित की गईं। तिलवारा स्थित विसर्जन कुं ड में भी बड़ी संख्या में दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया।
हाईड्रोलिक क्रे न का इस्तेमाल-
बड़ी प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए भटौली विसर्जन कुं ड में पहली बार हाईड्रोलिक क्रे न का इस्तेमाल किया गया। जिसके कारण दुर्गोत्सव समितियों के पदाधिकारियों को कुं ड में नीचे नहीं उतरना पड़ा। क्रे न के माध्यम से प्रतिमाओं के विसर्जन की सुविधाजनक व्यवस्था को सभी ने सराहा। अस्थायी कं ट्रोल रूम से रखी नजर-भटौली व तिलवाराघाट स्थित विसर्जन कुं ड में प्रतिमाओं के विसर्जन की व्यवस्थाएं संभालने के लिए अस्थायी कं ट्रोल रूम बनाया गया था। जिसमें जिला प्रशासन, नगर निगम, होमगार्ड व पुलिस के जवानों की तैनाती की गई थी। प्रशासन की संयुक्त टीम ने शांति पूर्ण विसर्जन कराया।
हनुमानताल-गोकलपुर में विसर्जन-
दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन हनुमानताल, गोकलपुर तालाब, अधारताल में भी किया गया। इन स्थलों पर भी नगर निगम, होमगार्ड व पुलिस की टीम ने मौजूद रहकर प्रतिमाओं का विसर्जन क राया। देर रात तक जारी था विसर्जन-विसर्जन स्थलों पर प्रतिमाओं के विसर्जन का क्रम बुधवार को देर रात तक जारी था। इस दौरान जिला प्रशासन व निगम के आला अधिकारी भी विसर्जन स्थलों में लगातार गश्त कर रहे थे। जिससे की सभी प्रतिमाओं का विसर्जन व्यवस्थित ढंग से हो सके।
Published on:
09 Oct 2019 10:10 pm
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