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MP Election 2023: विंध्य-महाकोशल की एक दर्जन से अधिक सीटों पर गोंगपा की चुनौती, वोटों पर नजर

2018 में भी इन सीटों पर बदले थे समीकरण

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गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने बसपा से गठबंधन कर 37 सीटों पर ही प्रत्याशी उतारे हैं। लेकिन जिस तरह के आंकड़े सामने आ रहे हैं वह कई प्रत्याशियों ने समीकरण उलट-पलट दिए हैं। यह असर आदिवासियों के प्रभाव वाली विंध्य से महाकोशल और बुंदेलखंड तक की एक दर्जन से अधिक सीटों पर पड़ सकता है। भाजपा-कांग्रेस के लिए सबसे बड़ी चुनौती महाकोशल में है। जहां की कुछ सीटों पर गोंगपा के प्रत्याशी जीत के करीब नजर आ रहे हैं।

गोंडवाना गणतंत्र पार्टी का असर मध्यप्रदेश की राजनीति में 2003 से है। हालांकि इस बीच पार्टी कई बार टूटी लेकिन वोटों में कोई फर्क नहीं आया, अब भी आदिवासी बाहुल्य इलाकों में मूल पार्टी गोंगपा दबदबा बनाए हुए है। पार्टी कई सीटों पर गेमचेंजर की भूमिका है। गोंगपा के संथापकों में से एक मनमोहन शाह बट्टी की बेटी मोनिका शाह बट्टी के लिए ही यह पार्टी बड़ी चुनौती बन गई है। मोनिका गोंगपा छोडकऱ भाजपा में शामिल हो गईं थीं और छिंदवाड़ा जिले की अमरवाड़ा सीट से प्रत्याशी हैं। कांग्रेस ने यहां से अपने विधायक कमलेश शाह को ही मैदान में उतारा था, लेकिन पूरा मुकाबला गोंगपा प्रतयाशी देव रावेन भलावी के आस पास ही आकर उलझ गया है। कड़े त्रिकोणीय मुकाबले में अगर भलावी 35 हजार से अधिक मत ले जाते हैं तो मोनिका की जीत की राह कठिन हो जाएगी। इसी सीट पर 2018 में मोनिका के पिता मनमोहन शाह गोंगपा के प्रत्याशी थे और 61 हजार वोट हासिल कर भाजपा को तीसरे स्थान पर धकेल दिया था और कांग्रेस ने जीत हासिल की थी। पार्टी ने मध्य क्षेत्र के बैतूल और हरदा जिले तक अपना प्रभाव कायम किया हुआ है।

यहां पर विश्लेषकों की नजर

बालाघाट जिले की परसवाड़ा सीट गोंगपा की सबसे अधिक संभावनाओं वाली है। यहां से पार्टी ने कंकर मुंजारे को दूसरी बार उतारा है। 2018 में भी वे इस सीट पर निकटतम प्रत्याशी थे और कांग्रेस के तीसरे स्थान में धकेल दिया था। इस सीट से मुंजारे की जीत की उम्मीद पार्टी को नजर आ रही है। जो मंत्री रामकिशोर दांगरे को कड़ी टक्कर दे रहे हैं। यह भी दिलचस्प है कि उनकी पत्नी अनुभा मुंजारे बालाघाट से कांग्रेस की उम्मीदवार हैं। ऐसी ही स्थिति मंडला जिले की बिछिया सीट से गोंगपा प्रत्याशी कमलेश टेकाम के लिए भी है। वे भाजपा-कांग्रेस को मात देकर जिला पंचायत अध्यक्ष बने थे अब दोनों ही दलों को कड़ी टक्कर दे रहे हैं। पार्टी के लिए यह सीट भी उम्मीद की किरण है। डिंडोरी जिले की शहपुरा सीट पर अमान पोर्ते भी कड़ी टक्कर दे रहे हैं। गोंगपा ने दमोह जिले की जबेरा सीट पर भी मुकाबले को दिलचस्प बना दिया है, जिसके प्रत्याशी विनोद राय कांग्रेस को कड़ी टक्कर दे रहे हैं। आम तौर पर गोंगपा आदिवासी बाहुल्य ग्रामीण सीटों पर प्रभाव दिखाती रही है, लेकिन इसके उलट सिवनी सीट पर रंजीत वासनिक ने मुकाबले को त्रिकोणीय बना दिया है तो लखनादौन में संतर भलावी कांग्रेस के निवर्तमान विधायक योगेंद्र सिंह बाबा को कड़ी टक्कर दी है।

विंध्य की आधा दर्जन सीटों को त्रिकोणीय बनाया

महाकोशल की तरह विंध्य की आदिवासी सीटों पर भी गोंगपा का दबदबा है। 2018 में ब्यौहारी सीट पर निकटतम प्रत्याशी बनाकर गोंगपा ने सभी को चौंका दिया था। हालांकि इस इलाके में उसे अच्छे वोट मिलते रहे हैं, पर ऐसा मुकाबला पहली बार देखने को मिला था। वहीं, सीधी की धौहनी, सतना की मैहर, शहडोल की जैतपुर, अनूपपुर जिले की पुष्पराजगढ़ सीट में 12 से 33 हजार तक वोट हासिल किए थे। इस बार भी मैहर को छोडकऱ बाकी सीटों का मुकाबला कड़ा कर दिया था।

विंध्य में यहां मजबूत

सीधी-धौहनी
कुंवर सिंह टेकाम, भाजपा
कमलेश सिंह, कांग्रेस
लालदेव सिंह कुशराम, गोंगपा

सिंगरौली- चितरंगी
मानिक सिंह, कांग्रेस
शैलेन्द्र होरिल सिंह, गोंगपा

उमरिया- मानपुर
मीना सिंह, भाजपा
तिलकराज सिंह, कांग्रेस
राधेश्याम काकोडिया, गोंगपा

उमरिया- बांधवगढ़
शिवनारायण सिंह, भाजपा
सावित्री सिंह, कांग्रेस
बाला सिंह टेकाम, गोंगपा

शहडोल- ब्यौहारी
शरद कोल, भाजपा
धीरेंद्र सिंह, कांग्रेस
पुरुषोत्तम मरावी, गोंगपा

अनूपपुर- पुष्पराजगढ़
हीरा सिंह सैयाम, भाजपा
फुंदेलाल मार्को, कांग्रेस
अनिल धुर्वे, गोंगपा


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महाकोशल की इन सीटों पर दबदबा

बालाघाट- परसवाड़ा
रामकिशोर कांवरे, भाजपा
मधु भगत, कांग्रेस
कंकर मुंजारे, गोंगपा

मंडला- बिछिया
डॉ विजय आनंद, भाजपा
नारायण सिंह पट्टा, कांग्रेस
कमलेश टेकाम, गोंगपा

ङ्क्षडडोरी- शहपुरा
ओमप्रकाश धुर्वे, भाजपा
भूपेंद्र मरावी, कांग्रेस
अमान पोर्ते, गोंगपा

छिंदवाड़ा- अमरवाड़ा
मोनिका शाह बट्टी, भाजपा
कमलेश शाह, कांग्रेस
देव रावेन भलावी, गोंगपा
सिवनी- लखनादौन
योगेंद्र सिंह बाबा, कांग्रेस
संतर भलावी, गोंगपा
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बुंदेलखंड तक विस्तार
दमोह- जबेरा
धर्मेंद्र सिंह लोधी, भाजपा
प्रताप सिंह लोधी, कांग्रेस
विनोद राय, गोंगपा