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हाई लेवल पुलिया के सर्वे में सामने आई बड़ी खामी, कांग्रेस प्रभावितों को लेकर पहुंची कलेक्ट्रेट, कहा-समाधान निकालें

CG News: खड़कघाट से आसना तक बन रहे हाई लेवल पुलिया के सर्वे में बड़ी खामी सामने आई है। जिम्मेदारों ने एक छोर से सर्वे करवा दिया। अब सालों पुराने आशियानों पर तोड़फोड़ की आफत हो गई है।

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CG News: खड़कघाट से आसना तक हाई लेवल पुल का काम पिछली सरकार के वक्त शुरू हुआ था। इस पुल के बन जाने के बाद शहर के लोगों को काफी राहत मिलेगी। वे आसानी से एनएच से कनेक्ट हो जाएंगे। एक ओर इस पुल से हजारों लोगों की ट्रैफिक से जुड़ी समस्या का समाधान हो जाएगा तो वहीं यही पुल खड़कघाट के बाशिंदों के लिए आफत बन चुका है।

इस पुल के निर्माण की जद में आ रहे दो दर्जन से ज्यादा मकान को तोड़ने का अल्टीमेटम दिया जा चुका है। इस बीच यह जानकारी सामने आई है कि तोड़फोड़ के लिए जब सर्वे किया जा रहा था तो एक छोर से ही सर्वे किया गया जबकि कहीं भी अगर किसी निर्माण के लिए अतिक्रमण हटाया जाता है तो दोनों तरफ से हटाया जाता है।

CG News: लोगों के सामने बेघर होने की आफत

खडक़घाट में पूर्व और पश्चिम दिशा से अतिक्रमण हटाया जाना था लेकिन सिर्फ पूर्व दिशा में तोडफ़ोड़ के लिए मार्किंग की गई और अब 50 से 60 साल से मकानों में रह रहे लोगों के सामने बेघर होने की आफत आ चुकी है। प्रभावित परिवारों पर लगातार मकान खाली करने का दबाव बनाया जा रहा है। उन्हें लगातार अल्टीमेटम दिया जा रहा है कि वे अपना मकान खाली कर दें।

तोडफ़ोड़ हो तो दोनों छोर से हो

टैक्स पटाते हैं और 30 साल का पट्टा भी है: गुरुवार को कलेक्ट्रेट पहुंचे प्रभावित परिवारों ने पत्रिका को बताया कि उनका परिवार पिछले 50 से ज्यादा वर्षों से यहां रह रहा है। कई परिवारों को 30 वर्षीय राजीव गांधी आश्रय पट्टा भी मिला हुआ है।

सभी लोग नियमित रूप से निगम का संपत्ति कर व अन्य टैक्स भी पटाते हैं। प्रभावित परिवार के लोगों का कहना है कि वे यह नहीं कह रहे तोडफ़ोड़ ना किया जाए उनका कहना है। तोडफ़ोड़ हो तो दोनों छोर से हो ताकि उनका ज्यादा नुकसान ना हो।

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जब मार्किंग चल रही थी तब भी विरोध किया था

प्रभावित परिवारों ने बताया कि जब एक छोर से सर्वे के लिए मार्किंग की जा रही थी तब भी इस बात का विरोध किया गया था कि दोनों छोर से तोड़फोड़ क्यों नहीं किया जाएगा। उस वक्त संबंधित विभाग के लोगों से कहा था कि वे सर्वे के लिए पुन: विचार करें लेकिन तब यह कहा गया कि उच्च अधिकारियों से बात कर कोई हल निकाला जाएगा वहीं सीधे तोड़फोड़ के लिए अल्टीमेटम दे रहे हैं पिछले आश्वासन पर कोई सुनवाई नहीं हो रही है।

कलेक्टर बोले- राहत के लिए कुछ करते हैं

प्रभावित परिवारों से कलेक्टर हरिस एस ने कहा कि आपकी मांगों के अनुसार राहत देने के लिए कुछ करेंगे। सर्वे की स्थिति दोबारा बन रही है तो इसे देख लेते हैं। कलेक्टर के इस बयान से प्रभावितों ने राहत की सांस ली है।

गुरुवार को शहर कांग्रेस अध्यक्ष सुशील मौर्य के साथ प्रभावित परिवार के लोग कलेक्टर हरिस एस के पहुंचे। इस दौरान शहर कांग्रेस अध्यक्ष मौर्य ने कहा कि सर्वे गलत तरीके से हुआ है। सर्वे अगर छोनों छोर से होता तो प्रभावितों का मकान पूरी तरह से नहीं टूटता। उन्होंने कहा कि सर्वे बेहद संदेहास्पद है।

पक्के मकानों को हो रहा अधिक नुकसान

CG News: वर्तमान में पूर्व दिशा में उच्चस्तरीय पुल के अलावा सड़क व नाली का निर्माण किया जा रहा है। पुल की दूसरी ओर सड़क व नाली निर्माण की वजह से पक्के मकानों को अधिक नुकसान हो रहा है। अगर पूर्व दिशा के घरों को तोड़कर सड़क, नाली बनाया जा रहा है जिसकी आवश्यकता पीड़ित परिवारों को नहीं है। उन्होंने कलेक्टर से ऐसी पहल करने की मांग की जिससे प्रभावितों को कम से कम नुकसान हो।