
CG News: बस्तर संभाग के सातों जिलों के उपभोक्ताओं पर दो अरब का बिजली बिल बकाया है। जिसमें से निजी उपभोक्ताओं पर 32 करोड़ एवं शासकीय विभागों पर 1 अरब 68 करोड़ रुपए का बिल लंबित है। इसकी वसूली के लिए विद्युत कंपनी ने सातों जिलों में डिस्कनेक्शन अभियान शुरू किया। अभियान की टीम ने 5 करोड़ 59 लाख 86 हजार 103 रुपए बकाया के लिए 6 हजार 964 उपभोक्ताओं के बिजली कनेक्शन काटा और इसी दौरान बकयादार 22 हजार 578 उपभोक्ताओं से 10 करोड़ 06 लाख 59 हजार 686 रुपए वसूल किया गया।
बिजली बकाएदारों ने विद्युत विभाग का आर्थिक गणित बिगाड़ दिया है। वहीं संभाग में बस्तर जिला पहला, सुकमा जिला दूसरे और कांकेर जिला तीसरे स्थान पर है। करोड़ों की बकाया राशि कई वर्षों से भुगतान नहीं किए जाने से विद्युत विभाग को नुकसान हो रहा है। वैसे तो आम नागरिकों का 5 हजार से अधिक बिल यदि तीन से चार महीने पर नहीं पटाने पर लाइन काट दिया जाता है। लेकिन शासकीय विभाग के कार्यालय और भवनों के लाइन काटने में विभाग के पसीने छूटते हैं।
बगैर बिल भुगतान के मनमाने बिजली का विभाग शासकीय विभागों के द्वारा किया जाता है। पहले जहां पंखें हुआ करते थे, अब यहां कुलर और एसी के चलते बिजली का खपत भी बढ़ा गया है। इसके अलावा कंप्यूटर, फोटोकॉपी मशीन, प्रिंटर इत्यादि मशीनों का भी उपयोग होता है। हालांकि विद्युत विभाग का बिल भुगतान करवाने में विभाग के अधिकारियों के द्वारा कोई रुचि नहीं दिखाई जाती है।
बस्तर जिले के दो दर्जन से अधिक शासकीय विभाग विद्युत विभाग के सवा दो करोड़ रुपए के कर्जदार हैं। इन कर्जदारों में सबसे अधिक बकाया नगर निगम का है। लेकिन शासकीय विभागों में लाखों, करोड़ों रुपए बकाया होने के बावजूद कोई कड़ी कार्रवाई नहीं की जाती है।
बिजली की लगातार बढ़ती दरों के बीच लाइन लॉस से होने वाले नुकसान को विद्युत बोर्ड की ओर से ही बिजली की कीमत बढ़ाकर आम आदमी के जेब में आर्थिक बोझ डालते हुए कीमत वसूलने में जुटा हुआ है। वहीं समय पर बिजली के बिल का भुगतान नहीं होने पर आम उपभोक्ताओं के घर की बिजली कनेक्शन काट दी जाती है।
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विद्युत विभाग की ओरसे बस्तर कमिश्रर के अलावा समस्त जिले के कलेक्टरों को पत्र बकायादार विभागों की सूची भेजा गया है। साथ ही व्रिद्युत विभाग के उच्च अधिकारियों के निर्देश पर विद्युत वितरण केन्द्र के सहायक एवं कनिष्ठ अभियंताओं ने क्षेत्र के शासकीय विभागों को नोटिस दिया कि वे मार्च तक बकाया बिजली बिल का भुगतान करें। नोटिस का ध्यान नहीं देने पर कनेक्शन काटने के बाद मीटर उखाड़े जाएंगे।
पखांजूर में बिजली विभाग ने 49 सरकारी दतरों का बिजली का कनेक्शन काट दिया है। पखांजूर नगर पंचायत, जनपद पंचायत, तहसील कार्यालय समेत कई सरकारी दतरों की कटी बिजली कनेक्शन,सरकारी दफ्तरों में लगभग 18 लाख बिजली बिल बकाया है। क्षेत्र में 309 कनेक्शनों में व्यक्तिगत और सरकारी दतरों में कुल बकाया 2 करोड़ 47 लाख 50 हजार 84 रुपये है। सभी बकायदारों पर भी कार्यवाही की चेतावनी दी है।
विद्युत विभाग की ओर से अब सख्ती बरती जाएगी, डिस्कनेक्शन अभियान के दौरान न सिर्फ बिजली कनेक्शन काटी जाएगी, बल्कि बिल नहीं चुकाने वालों पर संपत्ति को कुर्की करने की रणनीति बनाने में विद्युत कंपनी जुटा है। ऐसे उपभोक्ता जिन पर 5000 से अधिक बकाया है, उसके खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दिया गया है। प्रथम चरण में कॉमर्शियल उपभोक्ताओं को टारगेट किया गया है।
CG News: एसके ठाकुर, कार्यपालक निदेशक: बकाया वसूली के लिए अभियान शुरू कर दिया गया है। इसके लिए क्षेत्र के डीई, एई, जेई को निर्देश दिया कि बकाया की वसूली करें, जिससे बकाया निरंक हो सके। बकाया निरंक होने पर क्षेत्र के अधिकारियों को कंपनी की ओर समानित किया जाएगा।
बस्तर 50,17,131,471
सुकमा 31,85,05,167
कांकेर 28,00,05,623
दंतेवाड़ा 22,99,18,831
कोण्डागांव 16,92,65,647
बीजापुर 9,38,59,041
नारायणपुर 9,42,50,428
कुल 1,68,75,18,125
Updated on:
31 Jan 2025 12:38 pm
Published on:
31 Jan 2025 12:37 pm
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