
(प्रतिकात्मक तस्वीर)
CG Crime News: बस्तर दशहरा महोत्सव के लिए रथ निर्माण को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। कुरंदी जंगल से रथ निर्माण के लिए लकड़ी काटने पहुंचे ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि मौके पर पहुंचे डिप्टी रेंजर डीपी पांडे ने उनके साथ न केवल बदसलूकी की, बल्कि मां-बहन की गालियां देकर वहां से भगा दिया। इसके बाद नाराज ग्रामीण मंगलवार की शाम को तहसील कार्यालय पहुंचे और यहां तहसीलदार से डिप्टी रेंजर को हटाने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने प्रदर्शन किया।
बिलोरी के ग्रामीणों का कहना है कि वे परंपरा के निर्वहन के तहत स्थानीय वन समिति की सहमति और तहसीलदार के आदेश के आधार पर लकड़ी काटने पहुंचे थे। सदियों पुरानी परंपरा के अनुसार दशहरा रथ निर्माण के लिए कुरंदी जंगल से विशेष किस्म की लकड़ी लाई जाती है, जिससे रथ का चक्का तैयार होता है।
घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीण सीधे जगदलपुर तहसील पहुंचे और कार्यालय में जमकर हंगामा किया। उन्होंने आरोपित वन विभाग के अधिकारी के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग की। ग्रामीणों ने कहा कि रथ निर्माण परंपरा और आस्था से जुड़ा मामला है, ऐसे में अधिकारियों का यह व्यवहार अपमानजनक है।
घटना की जानकारी उच्च अधिकारियों को दे दी गई है और डिप्टी रेंजर को स्पष्टीकरण के लिए बुलाया गया है। राहुल गुप्ता, तहसीलदार
कुरंदी जंगल से पीढ़ियों से लकड़ी ली जाती है, लेकिन इस बार अधिकारी ने रोककर परंपरा में बाधा डाली। हम चाहते हैं कि इस कृत्य के लिए माफी मांगे। - दीनूराम, पोडागुड़ा
ट्रक लेकर गए, जंगल में एक पेड़ काटने गए थे। उस दौरान अचानक डिप्टी रेंजर आ धमके और गाली-गलौज करने लगे। तहसीलदार का आर्डर है, कई पीढ़्यिों से यहां से लकड़ी लेकर आते हैं। - सोनसिंग, ग्रामीण
यहां की लकड़ी से ही एक ही विशेष लकड़ी से रथ का चक्का बनता है। डिप्टी रेंजर माफी मांगें। रथ निर्माण में देरी होगी, तो हमारी जवाबदेही नहीं होगी। - विष्णु बघेल, ग्रामीण
ग्रामीणों का कहना है कि यदि अधिकारी माफी नहीं मांगते और जल्द कार्रवाई नहीं होती, तो रथ निर्माण में देरी की जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी।
Published on:
10 Sept 2025 01:25 pm
बड़ी खबरें
View Allजगदलपुर
छत्तीसगढ़
ट्रेंडिंग
