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ब्यूरोक्रेसी में हलचल, प्रतिनियुक्ति पर गए नौकरशाह घर वापसी की तैयारी में, नई सरकार की आहट पर चर्चाओं ने पकड़ा जोर

प्रदेश में नई सरकार के गठन को लेकर चल रहे काउंटडाउन पर अब ब्यूरोक्रेसी में भी हलचल तेज है। प्रदेश में मुख्यमंत्री और मंत्री कौन होंगे, इस पर नौकरशाही में चर्चाएं जोरों पर हैं।

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जयपुर

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Nupur Sharma

Dec 12, 2023

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फिरोज सैफी
प्रदेश में नई सरकार के गठन को लेकर चल रहे काउंटडाउन पर अब ब्यूरोक्रेसी में भी हलचल तेज है। प्रदेश में मुख्यमंत्री और मंत्री कौन होंगे, इस पर नौकरशाही में चर्चाएं जोरों पर हैं।

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प्रदेश में नई सरकार के गठन को लेकर चल रहे काउंटडाउन पर अब ब्यूरोक्रेसी में भी हलचल तेज है। प्रदेश में मुख्यमंत्री और मंत्री कौन होंगे, इस पर नौकरशाही में चर्चाएं जोरों पर हैं। इसी बीच सरकार बदलने के साथ ही केंद्र में प्रतिनियुक्ति पर गए कई आईएएस-आईपीएस अधिकारी भी अब घर वापसी की राह तलाश रहे हैं। सूत्रों की मानें तो प्रतिनियुक्ति पर दिल्ली गए आईएएस-आईपीएस अब अपने संपर्कों के जरिए जयपुर आने के प्रयास में जुटे हैं। केंद्र सरकार में राजस्थान कैडर के 40 से ज्यादा आईएएस-आईपीएस अधिकारी प्रतिनियुक्ति पर हैं। इनमें कई अधिकारी ऐसे भी हैं जो भाजपा सरकार और निवर्तमान गहलोत सरकार में प्राइम पोस्ट पर रहे हैं, लेकिन बाद में दिल्ली चले गए थे।

ये प्रतिनियुक्ति पर
आईएएस : वी श्रीनिवास, रोहित कुमार सिंह, सुधांशु पंत, तन्मय कुमार, नरेश पाल गंगवार, मुग्धा सिन्हा, सिद्धार्थ महाजन, मुक्तानंद अग्रवाल और अभिमन्यु कुमार।

आईपीएस : नीना सिंह, राजेश निर्माण, आलोक कुमार वशिष्ठ, जोस मोहन, नितिनदीप, के. बी वंदना, डॉन के जॉन्स, लवली कटियार, प्रीति जैन, राहुल जैन।

हाशिए पर चल रहे अधिकारी भी चाहते हैं प्राइम पोस्टिंग
इधर गहलोत सरकार में हाशिए पर रहे कई अधिकारी भी अब अपने संपर्कों के जरिए प्राइम पोस्टिंग पाने की कोशिश में लगे हैं। वसुंधरा सरकार में पावरफुल रहे तन्मय कुमार जैसे अधिकारी गहलोत सरकार कार्यकाल में हाशिए पर रहे थे बाद में दिल्ली चले गए।

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मंत्री-अधिकारियों मेंहुआ था विवाद
दरअसल गहलोत सरकार में कई आईएएस अधिकारियों की मंत्रियों के साथ पटरी नहीं बैठ पाई थी। कई बार मंत्रियों ने अधिकारियों को जमकर निशाने पर लिया था। विवादों के बाद कई वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों ने राजस्थान में रहने की बजाय दिल्ली का रुख कर लिया था। ऐसे में अब सरकार बदलने के बाद दिल्ली गए अधिकारी फिर से राजस्थान आने पर विचार कर रहे हैं।