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जयपुर में दबोचा गया करोडपति अफसर, मिली इतनी सम्पत्ति की एसीबी अधिकारी भी हो गए हैरान

6 मकान और दो दुकान के लिए दस्तावेज, 15 एलआईसी पॉलिसी मिली इनमें सालाना 2 लाख रुपए जमा करवाता

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acb news in jaipur

जयपुर . भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) को राजस्थाना आवासन मंडल खंड चार प्रताप नगर के सीनियर प्रोजेक्ट ऑफिसर सुभाष यादव के यहां आय से 550 प्रतिशत अधिक सम्पत्ति मिली है, जो डीएलसी रेट के मुताबिक है, बाजार भाव में सम्पत्ति की कीमत और अधिक है। एसीबी ने आरोपित सुभाष के खिलाफ आय से अधिक सम्पत्ति का मामला दर्ज कर गुरुवार सुबह 7 बजे मानसरोवर स्थित अरावली मार्ग घर पर छापा मारा। घर के साथ में प्रताप नगर आवासन मंडल के दफ्तर में तीन टीमों ने सर्च किया।

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पत्नी भी है सरकारी टीचर
दबिश के दौरान सुभाष उनकी पत्नी सुषमा घर पर ही थे। सुषमा भी सांगानेर के चारणवाला स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में टीचर है। एसीबी आईजी सचिन मित्तल ने बताया कि आरोपित सुभाष और उनकी पत्नी की वार्षिक आय 34 लाख रुपए है। सुषमा की जोधपुर में वर्ष 2005 में शिक्षा विभाग में टीचर की नौकरी लगी थी।

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जयपुर जोधपुर में मकान—दुकान
घर की तलाशी में प्रताप नगर में 42 लाख और 23 लाख कीमत की दो दुकानें मिली हैं। जोधपुर जेडीए का 350 वर्गगज का एक मकान मिला है। जयपुर में ही प्रताप नगर, मानसरोवर, जगतपुरा सहित कुल 6 मकान मिले हैं। सम्पत्ति सुभाष और उनकी पत्नी के नाम है। आईजी मित्तल ने बताया कि गुरुवार शाम तक पड़ताल में सुभाष की आय से 550 प्रतिशत सम्पत्ति अधिक मिल चुकी है। इसमें उनकी पत्नी की आय भी शामिल है। सुभाष वर्ष 1988 में आवासन मंडल में सर्वेयर के पद पर लगा था।

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बैंक खाते और लॉकर खुलना बाकी

आईजी मित्तल ने बताया कि दम्पत्ति के घर सर्च में 15 बैंक खाते मिले हैं। इनमें कितने रुपए जमा हैं, यह जांच के बाद ही पता चलेगा। एक बैंक लॉकर भी मिला है, उसे खोला जाएगा। अन्य दस्तावेजों की तस्दीक की जा रही है। सुभाष मूलत: झुंझनूं है।