गेट खोलने के बाद बनास नदी में जलस्तर बढ़ने की आशंका के चलते जिला प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। जिला प्रशासन ने नदी तट के आस-पास बसे जिले के 54 गांवों अलर्ट जारी करते हुए स्थानीय प्रशासन को भी अलर्ट मोड पर रखा है। बता दें कि बीसलपुर बांध का जलस्तर ( Bisalpur Dam Water Level ) शाम 5 बजे 315.17 आर एल मीटर दर्ज हुआ।
उधर सवाईमाधोपुर-दौसा जिलों की सीमा पर बने मोरेल बांध में भराव क्षमता 30.5 फिट से अधिक पानी आने के बाद बांध पर शनिवार देर रात से चादर चल रही है। बांध का पानी मोरेल नदी में होते हुए मलारना डूंगर, श्यामोली होते हुए बनास नदी में मिलता है। मोरेल नदी भी निरंतर बह रही है। हालांकि ऊपरी क्षेत्र से पानी की आवक कम होने से मोरेल अभी मंद रफ्तार में चल रही है। जबकि ढील बांध के ओवरफ्लो से निकलने वाला पानी बनास नदी में आने से निचले इलाके में बनास अपने पूरे वेग से बह रही है।
बीसलपुर के गेट खुले तो 2016 जैसे हालात जिला प्रशासन की चेतावनी को देखते हुए यदि बीसलपुर बांध के गेट खोल कर बनास नदी में पानी छोड़ा जाता है तो नदी किनारे 2016 जैसे हालात बन सकते है। 2016 में गेट खुलने के बाद बनास नदी में जल स्तर बढ़ने से मलारना डूंगर तहसील के बाढ़ बिलोली व करौली जिले के कांटड़ा में पानी आने से फंसे लोगों को सेना व एनडीआरएफ की मदद से बाहर निकाला गया था।