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भारत बंद के दौरान हुई हिंसा में मारे गए लाेगाें के परिवाराें काे दुख सहन करने की शक्ति मिले: अशाेक गहलाेत

अशाेक गहलाेत ने ट्वीट कर कहा कि पूरे देश में हुए प्राेटेस्ट में देश के 17 करीब लाेगाें की जान जाना दुर्भाग्यपूर्ण है।

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fear of Modi-Shah in country

जयपुर। भारत बंद के राजस्थान में व्यापक तौर पर भड़की हिंसा की आग अब तक भी ठंडी नहीं हाे पार्इ है। प्रदेश में कर्इ जगह स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। इसी बीच राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशाेक गहलाेत ने एक TWEET किया है।

अशाेक गहलाेत ने ट्वीट कर कहा कि पूरे देश में हुए प्राेटेस्ट में देश के 17 करीब लाेगाें की जान जाना दुर्भाग्यपूर्ण है। मारे गए लाेगाें के परिवाराें के साथ मेरी संवदेनाएं हैं। उनकाे दुख सहन करने की शक्ति मिले। हर किसी काे शांतिपूर्ण विराेध करने का अधिकार है, लेकिन लाेकतंत्र में हिंसा काे काेर्इ जगह नहीं है।

भारत बंद के दाैरान हुए बवाल में प्रदेश में दाे लाेगाें की जान जा चुकी है। प्रदेश के करौली जिले के हिंडाैन में आज भी माहाैल है, जिसके मद्देनजर जिला प्रशासन ने कर्फ्यू लगा रखा है।

जिला कलेक्टर अभिमन्यु सिंह ने कहा कि शहर में स्थिति तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में है। उन्होंने कहा कि कल से शहर में हिंसा की कोई ताजा घटना नहीं हुर्इ है। इसलिए कर्फ्यू में एक बजे से पांच बजे तक की ढील दी गर्इ है।

सिंह ने कहा कि शहर में कानून व्यवस्था को बनाये रखने के लिए पुलिस बल तैनात किया गया है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में जिला प्रशासन ने कुछ लोगों को हिरासत में लिया है। उन्होंने बताया कि शहर में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गर्इ है और स्कूल कालेज बंद है लेकिन परीक्षाएं बदस्तूर जारी है।

भरतपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक आलोक वशिष्ठ सहित वरिष्ठ पुलिस ओर प्रशासनिक अधिकारी हिंडौन में डेरा डाले हुए है । उल्लेखनीय है कि भारत बंद के दौरान हुई तोडफ़ोड़ एवं मारपीट के विरोध में मंगलवार काे व्यापारी समुदाय और अन्य संगठनों ने दोषियों को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया था।

इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने भाजपा विधायक राजकुमारी जाटव और पूर्व मंत्री भरोसी लाल जाटव के मकानों में आग लगा दी तथा पुलिस पर पथराव किया जिसके बाद हालात को नियंत्रित करने के लिये प्रशासन को कर्फ्यू लगाना पड़ा था।