राजस्थान से अब तक बनी महिला राज्यसभा सांसद 1-शारदा भार्गव-तीन बार (1952-1966) 2-प्रभा ठाकुर-दो बार (2002-2014 ) 3-लक्ष्मीकुमारी चूंडावत-(1972-1978) 4-उषी खान (1976-1982) 5-शांति पहाडि़या (1984-1990) 6-नारायणी देवी (1970-1976)
7-जमना देवी बारूपाल-(2000-2006) 8-नजमा हेपतुल्ला-(2004-2010) अब तक 142 बने राज्यसभा सांसद अब तक कुल राजस्थान से 142 राज्यसभा सदस्य बने हैं। इनमें महिलाओं का आंकड़ा बहुत ही कम रहा है। अब तक कुल आठ महिलाएं ही राजस्थान से राज्यसभा पहुंची हैं। एक राज्यसभा सांसद का कार्यकाल छह वर्ष का होता है।
शारदा भार्गव पहली महिला राज्यसभा सांसद राजस्थान में पहली राज्यसभा सदस्य बनने का गौरव शारदा भार्गव के नाम है। ये पहली बार वर्ष 1952 में चुनी गई थी। ये तीन बार राज्यसभा में पहुंची थी। ये कांग्रेस की उम्मीदवार बनी थीं। शारदा भार्गव स्वतंत्रता सेनानी एवं लोकसभा सदस्य रहे मुकुटबिहारी भार्गव की पुत्री थीं।
ये कांग्रेस छोडकऱ भाजपा में शामिल कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आई राज्यसभा की पूर्व उपसभापति नजमा हेपतुल्ला भी राजस्थान से भाजपा उम्मीदवार के रूप में राज्यसभा पहुंची। वह पांच जुलाई, 2004 से चार जुलाई , 2010 तक प्रदेश से राज्यसभा सदस्य रही।
पूर्व मुख्यमंत्रियों की पत्नी भी बनी सांसद पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ पहाडि़या की पत्नी शांति पहाडिय़ा दस अप्रेल, 1984 से नौ अप्रेल, 1990 तक राज्यसभा सांसद रही। इसी तरह पूर्व मुख्यमंत्री बरकतुल्ला खां की पत्नी ऊषी खान तीन अप्रेल, 1976 से दो अप्रेल, 1982 तक बनी।