
जयपुर। अलवर के राजगढ़ से टिकट कटने के बाद भाजपा के बड़े नेता व विधायक ज्ञानदेव आहूजा (Gyan Dev Ahuja) ने भी बगावत कर दी है। आहूजा अब जयपुर की सांगानेर विधानसभा सीट (Rajasthan Election 2018) से निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे। सर्व समाज के दबाव को आधार बता आहूजा ने यह फैसला किया और उसके बाद पार्टी को इस्तीफा भेज दिया। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष को भेजे इस्तीफे में दो ही लाइन अंकित हैं, जिसमें पार्टी में चल रही तानाशाही और पक्षपात से दुखी होने की बात लिखी गई है। वे हिन्दुत्व, गौ रक्षा और राम जन्मभूमि मुद्दे पर चुनाव लड़ेंगे। इसके लिए सिंधी समाज के साथ अन्य समाजों का साथ होने का दावा भी किया है।
इससे पहले सुबह उनके मानसरोवर स्थि?त निवास पर समाज बंधुओं की बैठक हुई, जिसके बाद उन्होंने चुनाव लडऩे का फैसला किया। उन्होंने संगठन के कुछ बड़े नेताओं पर निशाना भी साधा। हालांकि, उन्होंने कहा कि मैं भाजपा से नाता नहीं तोड़ रहा हूं, उसी में मेरी जान बसती है। इसलिए पार्टी को तात्कालिक रूप से छोड़ रहा हूं। चुनाव जीतने के बाद यह सीट भाजपा की होगी। बताया जा रहा है कि राजगढ़ से टिकट काटने के बाद संगठन ने उन्हें कामां से चुनाव लडऩे की पेशकश की थी, लेकिन चार दिन निकलने के बाद दोबारा बातचीत नहीं होने के बाद इस्तीफा भेज दिया।
यों चला घटनाक्रम....
- चार दिन पहले संगठन ने कामां से चुनाव लड़ाने की चर्चा की। आहूजा ने स्वीकार किया।
- चार दिन तक इंतजार करने के बाद दोबारा संपर्क नहीं किया तो रविवार को निवास पर समाज बंधुओं की बैठक हुई।
- सुबह 9 बजे आहूदा ने प्रदेशाध्यक्ष से बात की और कह दिया कि— मैं कामां से चुनाव नहीं लडऩा चाहता, वहां 1 हजार से ज्यादा गांव—ढाणी हैं। इतने कम समय में प्रचार नहीं हो सकता।
Published on:
19 Nov 2018 08:49 am
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