
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता व राज्यसभा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि अयोध्या में भव्य राममंदिर निर्माण के साथ ही भारत की विजय पताका भी दुनिया में फहराने लगी हैै। इस बार की दिवाली कई मायनों में पहली और आखिरी दिवाली होगी। पहली इस मायने में कि रामलला मंदिर में विराजेंगे और वहीं आखिरी इसलिए की रामलला टैंट से भव्य मंदिर में विराजेंगे। वामपंथियों पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि वर्तमान में पूरी दुनिया ही चौराहे पर खड़ी है। सनातन धर्म को वायरस बताने वालों के दिमाग में वायरस है।
त्रिवेदी शनिवार को यहां जेएलएन मार्ग स्थित एक होटल में जयपुर डायलॉग्स के दो दिवसीय आठवें संस्करण के शुभारंभ पर उपस्थित श्रोताओं को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आज हमारे सपनों को आग लगाने का प्रयास किया जा रहा है। भारत शक्ति को भ्रमित करने के लिए आंदोलन, हिंसा, झूठे नरेटिव गढऩे से लेकर पूरी व्यवस्था को बदलने का षडयंत्र रचे जा रहे हैं। लेकिन इस अंधकार के निवारण के लिए अब सभी को सारथी बनना होगा।
उन्होंने कहा कि राम मंदिर का निर्माण कालचक्र की गति की तरह है। मंदिर का शिलान्यास, निर्माण और राजनीतिक परिवर्तन निरंतर क्रम में चल रहा है। देश का उद्धार, उत्थान और सम्मान निरंतर ऊंचाई की ओर अग्रसर है। उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि देश में फैलाई जा रही अव्यवस्था की धुंध और भ्रम का एक ही निवारण है और वह है मोदी फैक्टर। मोदी फैक्टर की दो डोज हो चुकी है।
राजतिलक से पहले सभी समाजों का सम्मान: त्रिवेदी ने कहा कि जिस तरह 14 वर्ष के वनवास के बाद अयोध्या में भगवान राम के राजतिलक से पहले आदिवासी समाज, वानर इत्यादि का सम्मान किया गया था, उसी तरह अयोध्या में रामलला के विराजमान होने से पूर्व समाज के सभी वर्गों का सम्मान हो रहा है। आदिवासी समाज के पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के समय भव्य राममंदिर का निर्माण शुरू किया गया, वहीं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के कार्यकाल में रामलला को विराजित किया जाएगा।
Published on:
05 Nov 2023 10:19 am
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