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तीन साल के बेटे को क्या पता था कि आखिरी बार मिल रहा है पिता का प्यार, कल एक साथ था पूरा परिवार

पत्नी और बेटा जितेन्द्र के क्वार्टर पर ही ठहरे थे। वे आज सवेरे जैसे ही जयपुर के लिए रवाना हुए तो कुछ ही देर में जतिन्द्र के एक साथी ने उनकी पत्नी को फोन पर जानकारी दी...

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जयपुर

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Dinesh Saini

Jun 13, 2018

Rajasthan Martyr

जयपुर। आज सवेरे जम्मू कश्मीर में सीज फायर के उल्लंघन के दौरान शहीद हुए जयपुर के असिस्टेंट कमांडेट जितेन्द्र सिंह के तीन साल के बेटे यश को नहीं पता था कि उसे आखिरी बार पिता का प्यार नसीब हो रहा है। माता-पिता कल शाम ही जतिन्द्र को लंबी उम्र का आर्शीवाद देकर आज सवेरे ही जयपुर लौटे थे। लेकिन किसी को भी नहीं पता था कि परिवार का यह मिलाप और स्नेह अब देखने को नहीं मिलेगा। आज सवेरे सीज फायर में शहीद हुए जितेन्द्र के जयपुर में रजत पथ स्थित मकान में जैसे ही माता-पिता घुसे तो कुछ ही देर में बेटे के शहीद होने की खबर आ पहुंची।

गौरतलब है कि पाकिस्तान की ओर से लगातार सीजफायर का उल्लंघन किया जा रहा है। जम्मू-कश्मीर के सांबा जिले के चांब्लियाल सेक्टर में पाकिस्तान की ओर से किए गए सीजफायर उल्लंघन में बीएसएफ के चार जवान शहीद हो गए, जबकि तीन जवान घायल हो गए।

कल एक साथ था पूरा परिवार
घर पर मौजूद परिवार के सदस्य प्रदीप कुमार ने बताया कि कल ही तो जितेन्द्र की छुट्टियां खत्म हुई थी। माता-पिता, पत्नी और तीन साल का बेटा यश सभी जितेन्द्र के साथ ही थे। माता-पिता को तो कल शाम जितेन्द्र ने ट्रेन से जयपुर के लिए रवाना कर दिया था।

पत्नी और बेटा रूके थे जतिन्द्र के क्वार्टर
पत्नी और बेटा जितेन्द्र के क्वार्टर पर ही ठहरे थे। वे आज सवेरे जैसे ही जयपुर के लिए रवाना हुए तो कुछ ही देर में जितेन्द्र के एक साथी ने उनकी पत्नी को फोन पर जानकारी दी। फोन पर कहा कि जितेन्द्र के कंधे पर गोली लगी है, कुछ ही देर में एक अन्य साथी ने जितेन्द्र के शहीद होने की सूचना दी।

चार साल पहले ही हुई थी शादी
प्रदीप ने बताया कि जितेन्द्र की पत्नी और बेटा उनकी पार्थिव देह के साथ ही हैं। चार साल पहले ही जितेन्द्र की शादी हुई थी। इधर जयपुर में परिजनों और अन्य लोगों का रो-रोकर बुरा हाल है। आज सवेरे जैसे ही जितेन्द्र के शहीद होने की खबर फैली तो सेना एवं पुलिस के अफसर जितेन्द्र के घर पहुंचने लगे।

भरतपुर में है शहीद का पतृक गांव
पाकिस्तान की ओर से सीजफायर उल्लंघन में भरतपुर के लाडले जितेन्द्र के शहीद हो जाने से उनके पतृक गांव में शोक की लहर दौड़ गई है। बुधवार शाम तक शहीद की पार्थिक देह उनके पतृक गांव पहुंचेगी। शहीद ने कल ही अपने माता—पिता को जम्मू से जयपुर के लिए बिठाया था। उनका परिवार जम्मू गया हुआ था।