
जयपुर। एनसीआर क्षेत्र में आने वाले राजस्थान के दो जिलों में इस बार भी बिना आतिशबाजी के दीपावली का पर्व मनाया जाएगा। दरअसल एनसीआर क्षेत्र में वायु प्रदूषण पहले से ही ज्यादा रहता है। इसके अलावा आतिशबाजी होने से हालात और खराब हो जाती है।
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में अलवर व भरतपुर जिले आते हैं। इस बार भी दिवाली पर न आतिशबाजी की दुकानें लगेंगी और न पटाखे चलाए जाएंगे। प्रशासन ने एनसीआर नियमों की पालना के लिए तैयारी कर ली है। यदि किसी भी व्यक्ति या दुकानदार की ओर से आतिशबाजी बेचते हुए पाए जाने का मामला सामने आता है तो कड़ी कार्रवाई प्रशासन अमल में लाएगा। इसको लेकर प्रशासन संदेह या शिकायत होने पर गोदाम व दुकानों पर भी छापेमार अभियान चला सकता है।
अलवर व भरतपुर में रोक रहेगी
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में अलवर व भरतपुर जिले आते हैं। ऐसे में वायु गुणवत्ता सूचकांक में वृद्धि न हो, इसके लिए ग्रेप लागू किया जाता है। इस समय भी यही ग्रेप आतिशबाजी के लिए शुरू हो गया। राजस्थान के इन दो जिलों को छोडकऱ बाकी जिलों में आतिशबाजी रात आठ बजे से 10 बजे तक दो ही घंटे हो पाएगी। ग्रीन आतिशबाजी की दूसरे जिलों में अनुमति दी गई।
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ये रहा पिछला रेकॉर्ड
पिछले साल दिवाली 10 नवंबर की थी। 8 नवंबर को ही अलवर में एक्यूआई 226 पहुंच गया था, जबकि यहां आतिशबाजी पर रोक थी। दिवाली के बाद 15 नवंबर तक एक्यूआई 215 रहा। इसी तरह 8 नवंबर को भिवाड़ी में एक्यूआई 368 पहुंच गया था और दिवाली के बाद 15 नवंबर को 373 हो गया।
इस समय अलवर का एक्यूआई हर दिन बढ़ रहा है। इस समय 70 एक्यूआई है। जानकारों का कहना है कि 20 अक्टूबर के बाद अलवर का एक्यूआई 125 तक पहुंच सकता है। दिवाली के आसपास 200 रहने की संभावना है। यह एक्यूआई रहने पर हवा जहरीली हो जाती है। सांस लेना मुश्किल होता है।
एनसीआर के नियम लागू रहेंगे
एनसीआर के नियमों के तहत इस बार भी दिवाली पर आतिशबाजी बेचने व चलाने पर रोक लगाई गई है। इसका उल्लंघन कोई व्यक्ति करता पाया गया तो कार्रवाई होगी।
-बीना महावर, एडीएम सिटी, अलवर
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Updated on:
12 Oct 2024 10:35 am
Published on:
12 Oct 2024 10:34 am
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