11 दिसंबर 2025,

गुरुवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Cyber Crime: फौजी की मौत पर मिली क्लेम की राशि साइबर जालसाज ने हड़पी

Cyber Crime: साइबर जालसाजों ने एक फौजी की शहादत पर मिली रकम को हड़प लिया। इस संबंध में फौजी की विधवा पत्नी व बेटा मामला दर्ज करवाने भटक रहे हैं, लेकिन पुलिस ने उनकी रिपोर्ट दर्ज करने की बजाय शिकायत में रख ली।

2 min read
Google source verification

जयपुर

image

Nupur Sharma

Jul 15, 2023

आपकी बात, साइबर क्राइम को रोकने के प्रयास विफल क्यों हो रहे हैं?

आपकी बात, साइबर क्राइम को रोकने के प्रयास विफल क्यों हो रहे हैं?

जयपुर/पत्रिका। Cyber Crime: साइबर जालसाजों ने एक फौजी की शहादत पर मिली रकम को हड़प लिया। इस संबंध में फौजी की विधवा पत्नी व बेटा मामला दर्ज करवाने भटक रहे हैं, लेकिन पुलिस ने उनकी रिपोर्ट दर्ज करने की बजाय शिकायत में रख ली। साइबर ठगी की शिकार खो नागौरियान थाना अंतर्गत सीआरपी कॉलोनी निवासी हेमराज बैंसला और उसकी मां हुई।

यह भी पढ़ें : सोशल मीडिया पर ब्लू टिक दिलाने वाले मैसेज से रहें सावधान, हो सकती है ठगी

हेमराज ने बताया कि उसके पिता की कुछ समय पहले ही दुर्घटना में मृत्यु हो गई। क्लेम के 12 लाख रुपए पास हुए थे। मां ने 14 सितम्बर 2022 को आगरा रोड स्थित बैंक में खाता खुलवाया था। इस खाते में 17 सितम्बर 2022 को क्लेम राशि आई। वे बाजार में सामान खरीदने गए थे। तब उनका कार्ड गुम हो गया, लेकिन कुछ दिन बाद कार्ड नहीं मिलने पर बैंक गए तो पता चला कि साइबर जालसाज ने मां के इस बैंक खाते से 6 बार में 2.30 लाख रुपए खुद के वॉलेट में ट्रांसफर कर लिए। उनके पास न कोई मैसेज आया और न किसी ने उनसे फोन कर जानकारी ली। हेमराज ने आरोप लगाया कि अक्टूबर 2022 में जयपुर साइबर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराने गए, लेकिन उनकी रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई और आज तक न किसी प्रकार की कार्रवाई की।

यह भी पढ़ें : कैब ड्राइवर लूट मामले में पुलिस ने किया चौंकाने वाला खुलासा, चार आरोपी पंजाब से गिरफ्तार

इधर 4.33 लाख रुपए साइबर ठगी की शिकायत कर युवक ने दे दी थी जान :
माणक चौक थाना अंतर्गत ख्वासजी का रास्ता निवासी अर्पित कासलीवाल (25) ने एक मई को आत्महत्या कर ली। अर्पित ने आत्महत्या से पहले 30 अप्रेल को खुद के साथ 4.33 लाख रुपए साइबर ठगी की शिकायत हेल्पलाइन नंबर पर दी। इसके बाद तीस हजार रुपए फ्रीज करवा दिए गए, लेकिन रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई थी। मामले का पता चलने पर अर्पित के पिता ने 11 जुलाई को माणक चौक थाने में मामला दर्ज करवाया।