
महेश कुमार जैन /पत्रिका. कांग्रेस के गढ़ दौसा जिले मेें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का 12 फरवरी को दौरा राजनीतिक मायनों में भी बेहद अहम है। दौरा केवल दौसा जिले से ही नहीं जुड़ा है, बल्कि पूर्वी राजस्थान के जिलों सवाईमाधोपुर, भरतपुर, अलवर, धोलपुर, करौली आदि की राजनीतिक स्थिति को भी प्रभावित करने वाला माना जा रहा है। गौर करने वाली बात है कि दिल्ली से दौसा तक प्रथम खंड का यह एक्सप्रेस-वे दिल्ली, अलवर, भरतपुर होते हुए दौसा पहुंच रहा है, लेकिन प्रधानमंत्री ने इसके उद्घाटन के लिए दौसा को चुना। सियासी नजरिए से देखें तो दौसा जिला कांग्रेस का गढ़ है। यहां एक भी सीट भाजपा की नहीं है। चार सीटों पर कांग्रेस काबिज है, जबकि महुवा सीट निर्दलीय विधायक के खाते है। अन्य आसपास के जिलों में भी कांग्रेस का दबदबा है। दौसा पायलट परिवार से भी जुड़ा हुआ है। खासकर, गुर्जर मीणा बाहुल्य क्षेत्र है। ऐसे में पूर्वी राजस्थान का केंद्र दौसा ही माना जा रहा है। कांग्रेस सरकार गठन में यहां के विधायकों की निर्णायक भूमिका रही है। ऐसे में प्रधानमंत्री की ओर एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन करना, आमसभा को संबोधित करना गढ़ में सेंध लगाने की दस्तक माना जा रहा है।
दो लाख की भीड़ जुटाने का प्रयास
सभास्थल पर तीन बड़े डोम बनाए गए हैं। 40 हजार कुर्सियां लगाई गई हैं तथा बाहर बैठने की व्यवस्था है। नौ हेलिपेड बनाए हैं।
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने बताया कि दौसा सहित जयपुर, अलवर, भरतपुर, सवाईमाधोपुर, करौली सहित आसपास के जिलों से वाहनों में सवार होकर लोग सभा में आएंगे। करीब दो लाख लोगों का समागम होगा। जहां भी इंटरचेंज हैं, वहां प्रमुख जनप्रतिनिधि भूमि पूजन भी करेंगे।
चुनावी साल में सौगातों का दौर: राज्य में सत्ता पक्ष ने एक ओर चुनावी बजट में सौगातों की बौछार की तो दूसरी ओर केंद्र की भाजपा सरकार दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस-हाईवे के प्रथम खंड जनता को समर्पित कर सौगात देकर लोगों को लुभाने की कोशिश की जा रही है।
अवकाश निरस्त, खुले कार्यालय
जिला कलक्टर कमर चौधरी ने प्रधानमंत्री के दौरे के मद्देनजर शनिवार व रविवार को जिले के सभी जिला स्तरीय कार्यालय व बांदीकुई के ब्लॉक स्तरीय कार्यालय सामान्य कार्यदिवसों के भांति संचालित करने के आदेश जारी किए हैं। इसके चलते शनिवार को कार्यालय खुले रहे और अधिकारी पीएम के दौरे में जुटे रहे।
ईआरसीपी को लेकर हैं उम्मीदें
इलाके में पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ईआरसीपी) को राष्ट्रीय परियोजना घोषित करने को लेकर लंबे समय से मांग उठ रही है। पीएम मोदी का दौरा तय होने के बाद इस मुद्दे ने जोर पकड़ लिया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से लेकर सचिन पायलट तक कई नेता हाल मेें इस मुद्दे को उठा चुके हैं। ऐसे में अब पीएम के संबोधन में ईआरसीपी का जिक्र होता है या नहीं, इस पर 11 जिलों के लोगों की निगाहें रहेंगी।
सरकारी कार्यक्रम में चढ़ा राजनीतिक रंग
एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन भले ही सरकारी कार्यक्रम है, लेकिन भाजपा के बड़े पदाधिकारियों का लगातार दौसा दौरा हो रहा है। पार्टी नेता गत एक पखवाड़े से दौसा में तैयारियों में जुटे हैं। अधिकारियों को भी आवश्यक निर्देश देकर व्यवस्थाएं बदलाई गई है। पूर्व में कार्यक्रम मीणा अथाई बताया जा रहा था, लेकिन बाद में इसे बदलकर बांदीकुई के धनावड़ के रेस्ट एरिया किया गया।
पहले मांगने आए थे, इस बार सौगात देने आ रहे
गत विधानसभा चुनाव के बाद प्रधानमंत्री का यह दौसा में दूसरा दौरा है। वर्ष 2018 में नांगलबैरसी स्थित मीना अथाई में भाजपा के पक्ष में चुनावी सभा को संबोधित किया था। उस समय वोट मांगने आए थे, हालांकि भाजपा एक भी सीट नहीं जीत पाई थी। लेकिन इस बार पीएम चुनावी साल में एक्सप्रेस-वे की सौगात देने आ रहे हैं।
भाजपा का माहौल बनाने की तैयारी
हाल में दौसा में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा को खासी सफल रही थी। लोगों का हुजूम सड़कों पर उमड़ा था। ऐसे में प्रधानमंत्री की सभा आयोजित कर 2 लाख लोगों को जुटाकर भाजपा का माहौल बनाने की तैयारी है।
Published on:
12 Feb 2023 11:24 am
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