
Dhanteras 2023: 125 साल बाद शुक्रवार से दीपोत्सव पर्व की शुरुआत पांच से अधिक महांसयोगों में होगी। पहले दिन धनतेरस पर शहरवासी आभूषण, इलेक्ट्रॉनिक सामान, प्रॉपर्टी, सोने-चांदी के सिक्के और बर्तन की खरीद करेंगे। ज्योतिषाचार्य पं.दामोदर प्रसाद शर्मा ने बताया कि हस्त नक्षत्र, अमृत, प्रीति योग के साथ ही ग्रहों का विशेष महासंयोग पर्व की महत्ता के लिए खास होगा। त्रयोदशी तिथि दोपहर 12.36 बजे से लेकर शनिवार दोपहर 1.58 बजे तक रहेगी। शाम 5.35 बजे बाद प्रदोष काल में यम के निमित्त दीप दान होगा।
ज्यार्तिविद पं.घनश्यामलाल स्वर्णकार के मुताबिक शास्त्रानुसार दीपोत्सव पर्व प्रदोषकाल (शाम 5.35 से रात 8.13 बजे तक) में मनाने की परंपरा है। अत:धनतेरस शुक्रवार को मनाई जाएगी। आज अबूझ मुहूर्त होने से वाहन, बर्तन, चांदी के आभूषण सहित अन्य खरीदी करना शुभ रहेगा। अपराह्न काल में धातु के बर्तन एवं सोने-चांदी आदि के आभूषण खरीदना विशेष फलदायी रहेगा। शनिवार को आयुर्वेद के जनक भगवान धन्वंतरी की जयंती रहेगी। त्रयोदशी तिथि शनिवार को भी रहने से इस दिन खरीदारी रहेगी।
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यह रहेंगे चौघड़िये
सुबह 6.46 से 8.08 बजे तक चर का - बर्तन, वाहन क्रय, प्रापर्टी,
सुबह 8.08 से 10.50 बजे तक लाभ, अमृत का- इलेक्ट्रॉनिक सामान, वाहन, स्वर्ण आभूषण
दोपहर 12.11 से दोपहर 1.32 बजे तक शुभ का- कपडे, इलेक्ट्रॉनिक सामान, चांदी के सिक्के, स्वर्ण आभूषण, बर्तन
शाम 4.14 से शाम 5.35 बजे तक चर का - बर्तन, इलेक्ट्रॉनिक सामान, चांदी के सिक्के, स्वर्ण आभूषण, बर्तन
प्रदोष काल- शाम 5.35 से रात 8.13 बजे तक प्रदोष काल में
(इस समयावधि में दीपदान , खरीदारी भी श्रेष्ठ रहेगी )
शाम 8.53 बजे से रात 10.31 बजे तक लाभ का -इलेक्ट्रॉनिक सामान, प्रॉपर्टी, चांदी के सिक्के, स्वर्ण आभूषण, बर्तन
Updated on:
10 Nov 2023 07:32 am
Published on:
10 Nov 2023 07:28 am
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