
जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश में ईडी की कार्रवाई (ED raid in Rajasthan) पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने जयपुर में मीडिया से वार्ता में केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्रसिंह शेखावत पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके खिलाफ इथियोपिया में निवेश की शिकायत हुई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। संजीवनी वाले केस (Rajasthan Sanjivani Case) में भी एसओजी ने ईडी को कार्रवाई के लिए कई बार पत्र लिखा, लेकिन अब तक जांच नहीं की। उनकी कई देशों में प्रॉपर्टी है।
वैभव का रतन के साथ टैक्सी कारोबार था, जिससे अलग हो गए
मुख्यमंत्री ने कहा कि वैभव गहलोत (Summons to Vaibhav Gehlot) का रतन शर्मा के साथ टैक्सी का कारोबार था, जिससे बाद में वे अलग हो गए। वैभव को 10 साल पुराने मामले में समन दिया है। वैभव की 25 लाख की पूंजी थी। उस होटल के अंदर जो कंपनी है। उसने कितने शेयर बेचे और किसे दिए। उस पर कंपनी जवाब दे रही है। वे कई साल से सुन रहे हैं कि वैभव के खिलाफ शिकायत की गई है। कल ईडी का समन आया कि 26 अक्टूबर को हाजिर हो जाओ। समन पर तारीख 19 लिखी थी। हम इन लोगों से डरने वाले नहीं हैं। उधर, सीकर में ईडी की कार्रवाई के विरोध में कार्यकर्ताओं के देर शाम तक धरना जारी रहने की सूचना पर प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा भी सीकर पहुंच गए।
योजनाओं की लोकप्रियता से पीएम परेशान
कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि पिछले 5 वर्षों में राजस्थान में कांग्रेस सरकार की योजनाएं जिस तरह से लोकप्रिय हुई हैं, उससे प्रधानमंत्री हैरान और परेशान हैं। हार से घबराकर उन्होंने राज्य में कांग्रेस नेताओं के खिलाफ ईडी को लगा दिया है। वहीं ईडी की कार्रवाई के बीच में डोटासरा घर के बाहर आए। उन्होंने समर्थकों से कहा कि ईडी की टीम नौकरी कर रही है। हम घबराने वाले नहीं है, लेकिन इनको अपना काम पूरी ईमानदारी से करने दो। ईडी के छापे के तुरंत बाद डोटसरा ने सोशल मीडिया पर लिखा 'सत्यमेव जयते'। सीएम के बेटे वैभव गहलोत ने पीसीसी चीफ के ठिकानों पर ईडी की छापेमारी व उन्हें भेजे गए समन को राजनीतिक षड्यंत्र बताया है। फतेहपुर में सैनी समाज के कार्यक्रम में पहुंचे वैभव ने कहा कि ईडी की कार्रवाई चुनाव के समय केंद्र की सोची समझी राजनीति का हिस्सा है। बोले, उन्हें 12 साल पुराने मामले में समन दिया गया है, जिसका जवाब वे दे चुके।
सीएम के संरक्षण में पेपर लीक एवं खुलेआम भ्रष्टाचार कर राजस्थान को लूटकर करोड़ों की काली कमाई की गई। इन मामले को सीएम को सबूतों के साथ दिए। इन्हें अनदेखा कर प्रदेश की जांच एजेंसी ने जांच के नाम पर लीपापोती की। इसलिए लगातार सीबीआई जांच की मांग की, लेकिन सीएम ने इसकी अनुशंसा नहीं की।
किरोड़ीलाल मीना, सांसद, भाजपा
Published on:
27 Oct 2023 08:47 am
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