
शिक्षा मंत्री मदन दिलावर। फाइल फोटो- पत्रिका
Education Minister Madan Dilawar: जयपुर। शिक्षा एवं पंचायतीराज मंत्री मदन दिलावर ने बुधवार को उदयपुर में आयोजित एक विशेष संवाद कार्यक्रम में कहा कि राज्य के शैक्षिक परिदृश्य में मौलिक बदलाव लाने के लिए यह पहल एक नई दिशा देने वाली है। आरएनटी मेडिकल कॉलेज परिसर के सभागार में आयोजित इस कार्यक्रम में उदयपुर एवं सलूम्बर जिलों के शिक्षा अधिकारियों और प्रधानाचार्यों ने भाग लिया।
उन्होंने कहा कि शिक्षकों और अभिभावकों के बीच सतत संवाद से ही शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार संभव है। सरकार का प्रयास है कि अगले दो वर्षों में शिक्षा विभाग में कोई पद रिक्त न रहे। नवीन विद्यालयों के लिए नए पद सृजित किए जा रहे हैं। अब तक 50 हजार से अधिक पदोन्नतियां की जा चुकी हैं और 25 हजार और की जाएंगी। स्टाफिंग पैटर्न भी रिकॉर्ड में दर्ज कर लिया गया है।
मंत्री दिलावर ने शिक्षकों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि भारतीय संस्कृति में गुरु का स्थान सर्वोच्च है, इसलिए गुरुजनों को भी उसी अनुरूप अपने आचरण और कर्तव्यनिष्ठा को बनाए रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि शिक्षक समाज के निर्माता हैं और देश के भविष्य को दिशा देने की क्षमता रखते हैं।
संवाद के दौरान दिलावर ने शिक्षकों से कई महत्वपूर्ण सुझाव भी लिए। इनमें आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा में लाना, प्रार्थना सत्र को अधिक रोचक बनाना, विद्यार्थियों की सीखने की प्रवृत्ति को निरंतर बनाए रखना, बालिका शिक्षा को सशक्त करना और एसडीएमसी को मजबूत करना प्रमुख रहे।
कार्यक्रम में मंत्री दिलावर के हाथों शिक्षा विभाग, वंडर सीमेंट एवं एसबीआई के साझे में बीमा एमओयू के तहत करंट लगने से देवाराम पुत्र गौरीशंकर के पिता की दुर्घटना में हताहत होने पर एमओयू के तहत पहला बीमा क्लेम राशि 1 लाख रुपये का चेक भी सौंपा गया।
Updated on:
09 Oct 2025 09:42 am
Published on:
09 Oct 2025 09:25 am
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