
जयपुर। राजस्थान की सात विधानसभा सीटों पर हो रहे उपचुनाव के लिए आज वोट डाले जा रहे हैं। इससे पहले मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने दावा किया है कि भाजपा सरकार के कामों से जनता खुश है। कम समय में ही सरकार ने ऐतिहासिक कामों की झड़ी लगा दी है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि कि प्रदेश में भाजपा की सरकार में मात्र 11 माह में ही ऐसे कार्य हुए हैं, जो पिछली कांग्रेस सरकारें सपनों में भी नहीं सोच पाई थी। दशकों से लंबित पड़े कामों को शुरू करने का बीड़ा उठाया है।
उन्होंने कहा कि डबल इंजन की सरकार है। इसलिए जनता को फायदा भी डबल ही मिल रहा है। कांग्रेस को यह बात चुभ रही है। इसलिए कभी पर्ची सरकार बोलते हैं तो कभी क्या बोलते हैं। सच तो यह है कि जनता ने हमारे काम को देखा है और उपचुनाव परिणाम में यह साफ नजर भी आएगा। जनता का भाजपा की सरकार पर पूरा विश्वास है। कांग्रेसी तो आपस में ही लड़ रहे हैं। उनके यहां तो हालत यह है कि पूरा चुनाव किसने संभाला है, यही पता तक नहीं लग रहा। नेता एक-दूसरे की काट करने में ही लगे हुए हैं। जनता यह सब समझ चुकी है और कांग्रेस से दूरी बनाने का मन बना चुकी है। सीएम भजनलाल शर्मा ने चुनाव में मतदान से पहले राजस्थान पत्रिका से कई मुद्दों पर बेबाक बातचीत की।
सवाल- सात सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं, आपकी सरकार का करीब-करीब एक साल का कार्यकाल पूरा होने जा रहा है, जनता आपको वोट क्यों दे?
जवाब- हमने 11 महीने के छोटे से समय में गरीब कल्याण की योजनाएं लागू करके संकल्प पत्र के 50 प्रतिशत वादे पूरे कर दिए हैं। हमने जनता की प्राथमिक आवश्यकताओं एवं प्रदेश के परिदृश्य को देखते हुए सर्वप्रथम पानी, बिजली, युवाओं को रोजगार, किसानों की मजबूती, वंचितों, मजदूरों को सशक्त बनाने की दिशा में अन्त्योदय के विजन से काम किया है। “मिशन आमजन” ही हमारा मक़सद है। पूरे प्रदेश को परिवार मानकर काम किया है और यह नहीं देखा की सरकार की योजनाओं का लाभ किस जाति एवं किस दल के विधायक के क्षेत्र को मिल रहा है। बिना पक्षपात के विकास कार्य मंजूर किए। हमारी सरकार ने पीकेसी-ईआरसीपी, यमुना जल समझौता, देवास परियोजना, राजस्थान की इंदिरा गांधी नहर का जलस्तर बढ़ाने, जाखम नदी का पानी जयसमंद बांध में लाने, ऊर्जा के क्षेत्र में 2 लाख 24 हजार करोड़ रूपए के एमओयू, पेपरलीक के आरोपियों की गिरफ्तारी, संगठित अपराध पर प्रहार एवं साइबर अपराधियों पर नकेल कसने जैसे कार्य किए हैं। राइजिंग राजस्थान के माध्यम से हम प्रदेश में आर्थिक समृद्धि स्थापित करने की दिशा में काम कर रहे हैं। जनता का सरकार पर विश्वास है और इसका नतीजा चुनाव में साफ दिखेगा।
सवाल- आप सात में से कितनी सीट जीतने की उम्मीद करते हैं?
जवाब- भाजपा का मुक़ाबला कांग्रेस कहीं नहीं कर पा रही है। सात में से अधिकतर जगह कांग्रेस तीसरे नंबर पर चल रही है। मैं आपको विश्वास के साथ कह सकता हूं, भाजपा के कार्यकर्ता कई बूथों पर तो कांग्रेस को खाता भी नहीं खोलने देंगे। हमारी सरकार के काम और भाजपा के कार्यकर्ताओं की मेहनत के दम पर हम सातों सीटें जीतेंगे।
सवाल- कांग्रेस लगातार आप पर हमलावर रही है, कांग्रेस के नेता इस सरकार को पर्ची सरकार के नाम से ही बुला रहे हैं, ऐसा क्यों?
जवाब- इसका जवाब हम अपने कामों से दे रहे हैं। कुछ लोग सुर्खियां बटोरने के लिए ऐसी बातें करते हैं। कांग्रेस का उद्देश्य केवल भ्रम फैलाकर जनता को बरगलाना ही है। युवाओं के लिए पारदर्शी परीक्षाओं का आयोजन, पहली बार भर्ती कैलेण्डर जारी करना और युवा साथियों के लिए 1 लाख से भी ज्यादा भर्तियों की मंजूरी पहले साल में ही हमने हमारी कैबिनेट में दी है। हम 5 साल में 4 लाख सरकारी नौकरियां एवं निजी क्षेत्र में 6 लाख रोजगार के अवसर उपलब्ध कराएंगे। कांग्रेस को स्वयं के जमाने की खर्ची और पर्ची की याद आती है। उनका सत्ता का गुरूर अभी तक नहीं निकला है। ईश्वर और जनता जनार्दन ने हमें काम करने का अवसर दिया है और वह हम पूरी ईमानदारी से कर रहे हैं।
सवाल- आपकी पार्टी तो परिवारवाद के खिलाफ रहती है और बागियों पर सख्ती करती है, इस बार तो टिकट चयन मे भाजपा ने पूरे मापदंड ही दरकिनार कर दिए, क्या जीत इतनी जरूरी है?
जवाब- हम एकजुट होकर परिवार भाव से काम करते हैं। इसलिए बगावत हमारी पार्टी में नहीं होती है। हमने परिवादवाद के चलते एक भी टिकट नहीं दिया। हमने जनता में प्रत्याशी की लोकप्रियता और पार्टी के प्रति समर्पण के आधार पर टिकट वितरण किए हैं, जो भी टिकट के वितरण हुए हैं। वो सभी के सामूहिक विचार-विमर्श और स्थानीय कार्यकर्ताओं की पसंद के आधार पर दिए हैं।
सवाल- टिकट की घोषणा के बाद कुछ सीटों पर बगावत हुई थी, उसे आप लोगों ने थाम लिया। शुरुआत में बगावत करने वालों को क्या बोर्ड-आयोग में एडजस्ट किया जाएगा या फिर कुछ और आश्वासन दिया गया है?
जवाब- चुनाव में एक ही सीट पर टिकट चाहने वाले कई कार्यकर्ता होते हैं। सभी संगठन के कार्यकर्ता ही हैं, लेकिन चयन एक का ही होता है। इसलिए जिनको टिकट नहीं मिला, उन्होंने मन से कहा कि हम बिना शर्त पार्टी का पूर्ण सहयोग करेंगे और उन्होंने पार्टी को जिताने के लिए पूरा सहयोग किया है।
सवाल- कांग्रेस के बड़े नेता कुछ सीटों तक ही सीमित रहे, वहीं आप सारी सीटों पर करीब दो-दो बार जाकर आए, ऐसा तो नहीं कांग्रेस को यह विश्वास है कि भाजपा चुनाव हार रही है?
जवाब- कांग्रेस का एक नेता भी ऐसा नहीं है, जो पार्टी को सभी सीटों पर जिताना चाहता हो। कोई नेता किसी को जिताना चाहता है, तो दूसरा नेता किसी और को। कांग्रेस के नेता वहीं गए हैं, जहां उनके गुट के व्यक्ति थे। कांग्रेस में वर्चस्व व अहंकार की लड़ाई है। यह कांग्रेस की संस्कृति है। अब कांग्रेस के बारे में मैं ज्यादा बोलना नहीं चाहता। जहां तक मेरी पार्टी का सवाल है, स्थानीय इकाई ने मुझे जहां-जहां बुलाया, मैं वहां गया।
Published on:
13 Nov 2024 08:08 am
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