
मृतक पिता-पुत्री की फाइल फोटो: पत्रिका
Father-Daughter Died Together: दीपावली बाद रोजगार की आस के लिए UP से राजस्थान आए मजदूरों के सपनों की मंगलवार की सुबह एक दर्दनाक हादसे ने झकझोर दिया। मनोहरपुर थाना क्षेत्र के टोडी ग्राम में एक स्लीपर बस, जो ईंट भट्टे पर मजदूरों को छोड़ने जा रही थी, 11 हजार केवी की बिजली लाइन से टकरा गई। बस में करंट दौड़ते ही आग लग गई और देखते ही देखते बस आग का गोला बन गई।
हादसे में शेरपुर कला (पौलीभीत) निवासी नसीम (50) और उसकी पुत्री सहीनम (18) की मौत हो गई जबकि 13 मजदूर गंभीर रूप से झुलस गए, जिन्हें जयपुर एसएमएस अस्पताल में भर्ती कराया गया। इधर, घटना के बाद आरटीओ द्वितीय धर्मेंद्र चौधरी, शाहपुरा डीटीओ यशपाल सिंह यादव भी मौके पर पहुंचे और मजदूरों को लेकर आई स्लीपर बस की जांच की।
डीटीओ यादव ने बताया कि बस के बारे में जांच की गई तो सामने आया कि बस की फिटनेस, टैक्स आदि सभी सही थे। बस पीलीभीत से स्वाना होकर मथुरा, दौसा होते हुए यहां से पहुंची। बस की छत पर ज्यादा सामान रखा होने पर पकड़े जाने के डर चालक ने मनोहरपुर हाईवे पर गठवाड़ी के पास से ही बस को गांवों से होते हुए भट्टे पर लेकर आया था। ताकि कार्रवाई से बचा जा सके।
जैसलमेर हादसे के बाद जयपुर से दिल्ली व अन्य रूटों पर चलने वाली बसों की जांच गई थी। जिसमें कमी पाए जाने पर पांच बसों को जब्त कर छह का चालान किया गया था। शाहपुरा विधायक मनीष यादव ने पटना की सूचना मिलते हो तुरंत जिला कलक्टर व एसपी जयपुर ग्रामीण से वार्ता कर अधिकारियों को निर्देशित किया। हादसे के दौरान तीन सिलेंडर धमाके के साथ फट गए, जिससे अफरा-तफरी मच गई। विशेषज्ञों के अनुसार यदि सभी सिलेंडर एक साथ फटते ही विस्फोट की तीव्रता से आसपास के यखेतों, सड़क और मकानों तक नुकसान पहुंच सकता था।
Published on:
29 Oct 2025 08:45 am
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