
Got full books will be given certificate
जयपुर। प्रदेशभर के स्कूलों में विद्यार्थियों को पूरी किताबें मिलें इसके लिए शिक्षा विभाग ने इस बार से नई व्यवस्था की है। अब संस्था प्रधान, नोडल अधिकारी व जिला शिक्षा अधिकारियों को इस बात का प्रमाण पत्र देना होना कि उन्होंने किताबें पूरी प्राप्त कर ली हैं। इसके बाद इस प्रमाण पत्र को निदेशालय भेजना होगा।
निदेशक की ओर से जारी पत्र में बताया गया है कि कई विद्यालय मांग से अधिक नि:शुल्क पाठय पुस्तकें ले जाते हैं, जिसकी वजह से कई विद्यालयों को पूरी किताबें नहीं मिल पाती हैं। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। अब संस्था प्रधान से लेकर जिला शिक्षा अधिकारी तक को नि:शुल्क किताबों के संबंध में पूरी जानकारी निदेशालय भेजनी होगी।
इसलिए लिया निर्णय
कई स्कूल पाठय पुस्तक मंडल और नोडल केन्द्र से छात्र संख्या से अधिक किताबें ले जाते हैं, जिसकी वजह से दूसरे स्कूलों की किताबों की संख्या गड़बड़ा जाती है। सालभर विद्यार्थियों को पूरी किताबें नहीं मिल पाती है। जिससे विद्यार्थियों की पढ़ाई भी बाधित होती है।
ये देना होगा प्रमाण पत्र
निदेशक माध्यमिक शिक्षा नथमल डिडेल ने किताबें पूरी मिलने के संबंध में संस्था प्रधान, नोडल अधिकारी और जिला शिक्षा अधिकारी से प्रमाण पत्र मांगा है। प्रमाण पत्र में उन्हें बताना होगा कि शैक्षिक सत्र 2018—19 के लिए कक्षा 1 से 8 व कक्षा 9 से 12 के लिए नि:शुल्क पाठयपुस्तकें मिल गई हैं। पाठय पुस्तकें शाला दर्पण पर नामांकन संख्या के अनुसार मिली हैं। किताबों की संख्या भी पूरी है।
अभी नहीं पहुंची किताबें
शिक्षा सत्र पिछले माह ही शुरू हो गया था, लेकिन अभी तक स्कूलों में किताबें नहीं पहुंची हैं। अब ग्रीष्मावकाश के बाद 19 जून से फिर से स्कूल शुरू होने हैं। ऐसे में बिना किताबों के ही सत्र शुरू होगा। बोर्ड की सभी कक्षाओं के भी परिणाम आ गए हैं, विद्यार्थी आगामी कक्षाओं में प्रवेश लेंगे और किताबें अभी तक स्कूलों में पूरी पहुंची ही नहीं हैं।
Published on:
13 Jun 2018 10:03 am
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