
Gurjar Community ultimatum ahead Rahul Gandhi Bharat Jodo Yatra : कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के नेतृत्व में 'भारत जोड़ो यात्रा' के राजस्थान में प्रवेश से पहले गुर्जर समाज एक बार फिर दो धड़ों में बंटा नज़र आ रहा है। समाज का एक धड़ा जहां भारत जोड़ो यात्रा को राजस्थान में प्रवेश नहीं करने देने का ऐलान कर चुका है, तो वहीं दूसरा धड़ा यात्रा के समर्थन में हुंकार भर रहा है। इस गरमाये मामले के बीच दोनों ही धड़ों के नेताओं के बयान राजनीतिक विचारधारा से प्रेरित नज़र आने लगे हैं।
बढ़ती जा रही टकराव की आशंका
भारत जोड़ो यात्रा के मसले पर गुर्जर समाज के दो धड़े आमने-सामने हो गया हैं। दोनों धड़ों के गुर्जर नेताओं द्वारा मीडिया और सोशल मीडिया के ज़रिए यात्रा के पक्ष और विरोध को लेकर जारी किए जा रहे बयानों से गतिरोध गरमाता जा रहा है। साथ ही भारत जोड़ो यात्रा के दौरान दोनों धड़ों के बीच टकराव की आशंका बनी हुई है।
गरमा रहा मसला, सरकार की दिलचस्पी नहीं!
गुर्जर समाज और सरकार के बीच गतिरोध का असर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा पर पड़ने के आसार दिख रहे हैं। इधर इस गतिरोध को समय रहते ख़त्म करने में सरकार के स्तर पर किसी तरह की दिलचस्पी नहीं दिख रही है। गुर्जरों के एक धड़े द्वारा यात्रा के विरोध का ऐलान होने के बाद से अब तक किसी स्तर पर वार्ता होना सामने नहीं आया है। ऐसे में यात्रा के दौरान टकराव की आशंका लगातार बढ़ती जा रही है।
गौरतलब है कि गुर्जर समाज और सरकार के बीच करीब 11 बिंदुओं पर गतिरोध की स्थिति बनी हुई है, जिसमें गुर्जर आरक्षण आंदोलन के दौरान शहीद गुर्जर समाज के लोगों को 5-5 लाख का मुआवजा और आश्रितों को सरकारी नौकरी देने, आंदोलनों में दर्ज केस वापस लेने, रीट परीक्षा में एमबीसी का 5 प्रतिशत आरक्षण का बैकलॉग भरने, देवनारायण योजना में भ्रष्टाचार की जांच करवाने, केंद्र सरकार से भी पिछड़ा वर्ग संशोधन अधिनियम को 9वीं अनुसूची में शामिल करने जैसी प्रमुख मांगे शामिल हैं।
नरम नहीं पड़ रहे बैंसला गुट के तेवर
गुर्जर समाज का एक धड़ा राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा को राजस्थान में प्रवेश करने नहीं देने और जगह-जगह पर विरोध करने का ऐलान कर चुका है। इस धड़े की अगुवाई कर रहे गुर्जर नेता विजय बैंसला और उनके गुट के तेवर ज़रा भी नरम नहीं पड़ रहे हैं। ये गुट यात्रा का विरोध करने की रणनीति पर काम कर रहा है।
गुर्जर नेता विजय बैंसला का कहना है कि गहलोत सरकार एमबीसी वर्ग और गुर्जर समाज की कुछ मांगों पर समझौते में वादा करके मुकर गई है। यदि इन मांगों को भारत जोड़ो यात्रा के आने से पहले पूरा कर दिया जाता है, तो यात्रा के विरोध के बजाये ज़ोरदार स्वागत किया जाएगा।
दूसरे धड़ा बोला- 'यात्रा विरोध पर कोई निर्णय नहीं'
गुर्जर समाज के बैंसला गुट के भारत जोड़ो यात्रा के विरोध के ऐलान के बीच दूसरे धड़े ने उनसे दूरी बना ली है। इस धड़े के गुर्जर नेता शैलेंद्र सिंह, कैप्टन जगराम सिंह और हाकम सिंह ने कहा कि गुर्जर समाज की लंबित मांगे सरकार के पास लंबित है। इसलिए हम सरकार को एक महीने का समय दे रहे है। राहुल गांधी की सभा का विरोध करने का गुर्जर समाज का कोई निर्णय नहीं है। समाज की पंचायत में आंदोलन का निर्णय लिया जाएगा।
इस धड़े के नेताओं का कहना है कि विजय बैंसला का भारत जोड़ो यात्रा रोकने का ऐलान समाज का नहीं, बल्कि उनका व्यक्तिगत विचार है।हालांकि इस धड़े ने सरकार के खिलाफ हल्लाबोल की चेतावनी भी दी है, कहा है कि गुर्जर समाज की लंबित मांगे यदि एक महीने में पूरी नहीं हुईं, तो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सभाओं और दौरों का विरोध किया जाएगा।
Published on:
21 Nov 2022 11:06 am
बड़ी खबरें
View Allजयपुर
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
